केदारनाथ उपचुनाव : भाजपा की आशा ने जीता 5099 वोटों से मुकाबला
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी ने कांग्रेस प्रत्याशी के 5099 वोटों से मात दे दी है। भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल को 23130 वोट मिले जबकि उनको टक्कर दे रहे कांग्रेस के मनोज रावत को 18031 वोटों पर ही संतोष करना पड़ा। निर्दलीय त्रिभुवन 9266 वोट ले उड़े।
एक बार फिर से केदारघाटी की जनता ने भाजपा पर भरोसा जताया। इस चुनाव में भा.ज.पा. ने एक बार फिर से महिला प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारा था जो पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हुआ ।
आशा नौटियाल, जो ऊखीमठ विकासखंड के दिलमी गांव की रहने वाली हैं। वे एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पति रमेश नौटियाल पत्रकारिता से जुड़े रहे हैं। आशा नौटियाल ने वर्ष 2002 में उत्तराखंड राज्य के गठन के बाद केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक के रूप में जीत दर्ज की थी। तब वह भाजपा से प्रत्याशी थीं। इसके बाद, वर्ष 2007 में भी क्षेत्रीय जनता ने उन्हें अपना विधायक चुना।
हालांकि, 2012 और 2017 के चुनावों में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा, लेकिन उनके संघर्ष और क्षेत्र में निरंतर जनसंपर्क ने उन्हें जनता के बीच मजबूत स्थिति दी। वर्ष 2017 में शैलारानी रावत के भाजपा में शामिल होने के बाद, आशा नौटियाल ने पार्टी से बगावत करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ा, लेकिन वह तीसरे स्थान पर रही थीं।
कुछ समय बाद आशा नौटियाल ने पार्टी में वापसी की और वर्ष 2022 में महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष बनीं। इस बार उनका फोकस गांव-गांव संपर्क और पार्टी के सदस्यता अभियान में था, जिससे उनकी क्षेत्र में मजबूत पकड़ बनी रही। इस बार, भाजपा ने उन्हें एक बार फिर से चुनाव मैदान में उतारा, और उन्होंने शानदार जीत हासिल की।