कोरोना का कहर : CBSE 10वीं की परीक्षा रद्द, 12वीं के पेपर्स टले

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते संकट के बीच CBSE की परीक्षाओं को लेकर भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। CBSE 12वीं की परीक्षाओं को टाल दिया गया है, जबकि 10वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षा मंत्री और मंत्रालयों के अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें ये फैसला लिया गया है।

12वीं क्लास के लिए ये है फैसला..
आदेश के मुताबिक, 4 मई से 14 जून तक होने वाली 12वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। 1 जून को एक और बैठक होगी, जिसमें तब के हालात को देखते हुए फैसला लिया जाएगा। अगर परीक्षाएं होंगी तो 15 दिन पहले ही छात्रों को सूचित कर दिया जाएगा।

प्रदेश की ताजा खबरों के लिए जुड़े व्हाट्स एप ग्रुप से 👉 Click Now 👈

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी ब्रेकिंग : हीरानगर प्रगति मार्केट में सेक्स रैकेट का खुलासा, गिरोह की सरगना व दलाल समेत पांच गिरफ्तार

10वीं के पेपर्स पर ये हुआ निर्णय..
CBSE 10वीं के पेपर्स जो कि 4 मई से 14 जून तक होने थे, उन्हें पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है। बोर्ड की ओर से छात्रों के परफॉर्मेंस के आधार पर नंबर्स दे दिए जाएंगे। अगर कोई छात्र या छात्रा अपने नंबर्स से खुश नहीं होगा, तो उसे बाद में एग्जाम देने का मौका मिलेगा.

मध्य प्रदेश में एक महीने के लिए टली परीक्षाएं
कोरोना के प्रकोप के बीच बुधवार को ही मध्य प्रदेश में दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं को टालने का फैसला लिया गया है। एमपी स्कूल एजुकेशन विभाग ने आदेश जारी करते हुए कहा कि बोर्ड परीक्षाओं को 1 महीने के लिए टाल दिया गया है।

परीक्षाएं रद्द करने की हो रही थी मांग
आपको बता दें कि देश में लगातार तेजी से बढ़ रहे कोरोना संकट के बीच कई राज्य के मुख्यमंत्रियों, नेताओं ने परीक्षाओं को रद्द करने की अपील की थी. देश में करीब 30 लाख बच्चों को सीबीएसई की परीक्षाएं देनी हैं।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी ब्रेकिंग : हीरानगर प्रगति मार्केट में सेक्स रैकेट का खुलासा, गिरोह की सरगना व दलाल समेत पांच गिरफ्तार

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी बीते दिन अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी मांग की थी। वहीं, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी भी परीक्षाएं रद्द करने की मांग कर चुके हैं।

यह भी पढ़ें 👉  क्या दूध पीने से कम हो जाती है एसिडिटी, आइए जानें इस मिथक की सच्चाई

बता दें कि कोरोना काल के बीच बच्चों की अधिकतर पढ़ाई ऑनलाइन तरीके से ही हुई थी, बीच में कोरोना के मामले घटने के बाद स्कूल खोले गए थे। लेकिन अब जब परीक्षा की बारी आई है, तब केस फिर से बढ़ने लगे हैं। कई राज्यों ने अपने यहां की बोर्ड परीक्षाओं को टाल दिया है। ऐसे में केंद्र पर CBSE की परीक्षाएं टालने का दबाव बन रहा था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *