अल्मोड़ा : भारतीय संविधान की आत्मा को खत्म कर रही है केन्द्र सरकार – किसान सभा

अल्मोड़ा। उत्तराखंड किसान सभा सम्बद्ध (अखिल भारतीय किसान सभा) व “संविधान बचाओ अभियान” के आव्हान के तहत स्थानीय थपलिया कार्यालय में बाबा साहेब अंबेडकर के चित्र का माल्यार्पण किया। इस दौरान वक्ताओं ने बाबा साहेब अंबेडकर के इस देश के संविधान निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण योगदान को याद करते हुए कहा कि आज जबकि भारतीय संविधान की आत्मा को वर्तमान केंद्र सरकार लगातार खत्म कर रही है, उन्हें तथा संविधान निर्माण की उनकी भावना को समझना अधिक आवश्यक हो गया है। वक्ताओं ने कहा कि उनकी स्पष्ट समझ थी कि मात्र राजनीतिक आजादी मिलने से देश की आबादी जिसमें सामंती मूल्यों की गहरी पैठ है के आधार पर पूरी आजादी हासिल नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा था कि जब तक सामाजिक ढांचे में बुनियादी बदलाव नहीं होगा तब तक प्रगति से हम कुछ ज्यादा हासिल नहीं कर पाएंगे। जाति की बुनियाद पर कोई भी निर्माण वास्तविक नहीं हो सकता। हम न तो राष्ट्र का निर्माण कर पाएंगे और न ही नैतिकता का। जाति की बुनियाद पर खड़े हर निर्माण में दरारें होंगी और वह कभी पूर्ण नहीं होगा। वक्ताओं ने कहा कि संविधान केवल एक नियमावली नहीं है। यह भारत का सर्वोच्च कानून है। संविधान से ऊपर कोई नहीं है। यह एक साझा सपना, साझा वादा और देश का मानचित्र है।

संविधान हमारी राष्ट्रीय थाती की किताब है। यह एक राष्ट्रीय पुस्तक है जिसमें ऐसे विचारों, नियमों और संकल्पों को इकट्ठा किया गया है जो भारत को एक होकर रहने और काम करने का रास्ता बनाता है। वक्ताओं ने कहा कि संविधान सभा में भारतीय समाज के विभिन्न धर्मो, तबकों, संस्कृतियों के 300 लोगों का प्रतिनिधित्व था। जिसके अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद थे तथा डॉ. भीमराव अंबेडकर संविधान प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे। इस सभा ने 9 दिसंबर 1946 से 26 नवंबर 1949 तक लगातार कार्य करते हुए संविधान में प्रस्तावित संवैधानिक पहलुओं पर गंभीर चर्चा कर देश की जनता ने 26 जनवरी 1950 को खुद को सौंपा।

वक्ताओं ने कहा कि आज हमारे संविधान पर गंभीर संकट पैदा हो गया है। हर संवैधानिक स्वतंत्र संस्थानों को कमजोर किया जा रहा है। जिसका सबसे बड़ा हमला समाज के कमजोर और गरीब तबको के अधिकारों पर किया जा रहा है।

प्रदेश की ताजा खबरों के लिए जुड़े व्हाट्स एप ग्रुप से 👉 Click Now 👈

वक्ताओं ने कहा कि आज देश भर में संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में मजदूर व हाशिये में रहे तबको की एकता बनाते हुए संविधान बचाओ दिवस का आव्हान किया है। जो कि भविष्य के लिए समाज मे बाबा साहेब अंबेडकर के सपनों की दिशा में एक महवपूर्ण पहल है। वक्ताओं ने कहा कि भविष्य में अवसरवादी राजनीतिक दल जो बाबा साहेब का नाम केवल वोट की लालसा में और जनता की एकता को तोड़ने के लिए करते है तथा मनु स्म्रति को संविधान बनाने वाले, हासिये में जाएंगे और भविष्य में बाबा साहेब के सपनों के भारत के निर्माण की नई व वास्तविक पहल की दिशा में कार्य आगे बढ़ेगा।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड: सीएम धामी ने बाबा नीम करौली का लिया आशीर्वाद

कार्यक्रम के दौरान सीटू के राज्य कार्यकारिणी सदस्य, जिला मंत्री, आर पी जोशी, किशन भंडारी, जीवन सिंह, दलित शोषण मुक्ति मंच के योगेश टम्टा, दयाकृष्ण, जनवादी नोजवान सभा के प्रांतीय अध्यक्ष यूसुफ तिवारी, जिला अध्यक्ष स्वप्निल पांडे, उपाध्यक्ष मुमताज अख्तर, दीपक कुमार, कुमेर सिंह, दीपक जोशी, किसान सभा के अरुण जोशी, आर सी उपाध्याय, रघुवर दत्त जोशी, जनवादी महिला समिति की राज्य अध्यक्ष सुनीता पांडे, जिला सचिव राधा नेगी, मुन्नी प्रसाद, दिनेश पांडे आदि शामिल थे।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड: युवती की गैर इरादतन हत्या का फरार आरोपी गिरफ्तार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *