उत्तराखंड…रोचक : इस बार चुनाव परिणाम में कुछ रोचक तथ्य भी आए सामने

देहरादून। इस बार विधानसभा चुनावों में उत्तराखंड की जनता ने भाजपा को प्रचंड जीत दिलाकर सत्ता संभालने का जनादेश दे दिया है। लेकिन मतगणना के परिणाम कई मामलों में रोचक भी रहे। जानें परिणामों के परिणाम

टूट गया बदरीनाथ विधानसभा सीट से जुड़ा मिथक
बदरीनाथ विधानसभा सीट से जुड़ा मिथक इस बार के चुनाव में टूट गया है। कहा जाता है कि इस सीट से जो भी प्रत्याशी जीत दर्ज करता है, प्रदेश में उसी पार्टी की सरकार सत्ता संभालती है। लेकिन इस बार यहां कांग्रेस के राजेंद्र भंडारी ने जीत दर्ज की है, उन्होंने भाजपा के महेंद्र भट्ट को हराया है। लिहाजा इस बार इस सीट से जुड़ा यह मिथक भी टूट गया है।
उत्तराखंड में भाजपा ने नया इतिहास रचा- पीएम मोदी
पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा ने नया इतिहास रचा है। पहली बार राज्य में कोई पार्टी लगातार दोबारा सत्ता में आई है। एक पहाड़ी राज्य, एक समुद्र तटीय राज्य और एक मां गंगा का विशेष आशीर्वाद प्राप्त राज्य और एक पूर्वोत्तर में स्थित राज्य। उन्होंने कहा कि भाजपा को चारों तरफ से आशीर्वाद मिला है।
दो प्रत्याशी जीत की हैट्रिक लगाने से चूके
राजनीतिक दलों की ओर से दिए गए मौके को जनपद के चार प्रत्याशियों ने जीत में बदलकर हैट्रिक लगाई है। इसके अलावा तीन प्रत्याशी ऐसे भी रहे हैं जो पहली बार मैदान में उतरे और जीत दर्ज की। दो प्रत्याशी जीत की हैट्रिक लगाने से चूक गए हैं। हरिद्वार ग्रामीण से कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद को पटकनी देने वाली पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत ने कहा कि उनकी जीत बदला नहीं, बदलाव के लिए हुई है। जिससे वह क्षेत्र में अब बदलाव लाने के लिए हर संभव काम करेंगी।
असर नहीं छोड़ सकी बसपा और आम आदमी पार्टी
2012 के परिसीमन में अस्तित्व में आई हरिद्वार ग्रामीण सीट पर 2022 में बसपा और आम आदमी पार्टी असर नहीं छोड़ सकी। बसपा ने पहले सीट पर प्रत्याशी बदला और आखिरी वक्त में मतदान से पहले सपा के प्रत्याशी ने बसपा को समर्थन दे दिया। लेकिन कांग्रेस के पक्ष में मुस्लिम और दलित वोटरों के ध्रुवीकरण होने से बसपा को इसका कतई फायदा नहीं मिला।
केदारनाथ विधानसभा सीट पर भी कमल खिला, शैलारानी को संजीवनी
केदारनाथ विधानसभा सीट पर भाजपा की 10 साल बाद वापसी हुई है। भाजपा की शैलारानी रावत को पोस्टल बैलेट के साथ ही ईवीएम में निर्दलीय व कांग्रेस की अपेक्षा काफी अधिक वोट मिले हैं। यहां कमल खिलने के साथ ही विधायक चुनी गईं शैलारानी रावत को भी संजीवनी मिली है। मोदी मैजिक और कार्यकर्ताओं की मेहनत सभी बूथों पर नजर आई, जिसका परिणाम जीत के रूप में आया है। कर्णप्रयाग सीट से भाजपा प्रत्याशी अनिल नौटियाल और बद्रीनाथ विधानसभा सीट पर राजेंद्र भंडारी को जीत मिली है।
गंगोत्री सीट का मिथक इस चुनाव में भी बरकरार
गंगोत्री सीट से सत्ता के द्वार खोलने का मिथक इस विधानसभा चुनाव में भी बरकरार रहा। यह मिथक अविभाजित उत्तर प्रदेश के समय से चला आ रहा है। मिथक के चलते गंगोत्री सीट पर सबकी निगाहें थीं। भाजपा अपने प्रत्याशी की जीत के साथ पूर्ण बहुमत से सत्ता वापसी की है।
लैंसडौन : दिलीप ने लगाई हैट्रिक, हरक नहीं बचा पाए प्रतिष्ठा
रुद्रप्रयाग और केदारनाथ विधानसभा सीट पर भाजपा की बंपर जीत हुई है। साल 2007 के बाद एक बार फिर से दोनों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने कब्जा किया है। भरत सिंह चौधरी लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं। वहीं धारचूला सीट से हरीश धामी 1128 मतों से जीते हैं।
बदरीनाथ विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र भंडारी के लिए अपने गृह क्षेत्र की जनता खेवनहार बनी। शुरुआत में भाजपा प्रत्याशी महेंद्र भट्ट ने अच्छी-खासी बढ़त बनाई थी। लेकिन जैसे ही पोखरी विकास खंड की मतगणना शुरू हुई राजेंद्र भंडारी का ग्राफ जीत तक बढ़ता ही चला गया।

मुश्किल से जीते धन सिंह
पिछले चुनाव में अच्छे मार्जिन से जीतने वाले धन सिंह को इस बार जीत के लिए बहाना पड़ा पसीना। ईवीएम में सिर्फ 247 की बढ़त ले पाए। पोस्टल बैलेट में 340 वोट मिले। मात्र 587 वोट से हुई जीत।
भाजपा ने इस बार नैनीताल जिले की पांच सीटों पर परचम लहराया है। कांग्रेस पिछली बार की तरह ही इस बार भी एकमात्र हल्द्वानी सीट जीत पाई है। भाजपा ने नैनीताल सीट पर कांग्रेस से आईं सरिता आर्य पर दांव खेला और सरिता ने भाजपा से कांग्रेस में गए पूर्व विधायक संजीव आर्य को हराकर भाजपा को जीत का तोहफा दिया।
योगी आदित्यनाथ के गांव में मना जश्न
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के यमकेश्वर के गांव में भाजपा की जीत और खास के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ऐतिहासिक जीत पर मिठाई बांटी गई और परिवार व ग्रामीणों ने खुशी मनाई।
देहरादून जिले की इस बार भी दोहराया गया 2017 विधानसभा चुनाव का परिणाम
कांग्रेस के खाते में आई सिर्फ एक सीट बाकी 9 सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों ने लहराया परचम। चुनाव परिणामों से कांग्रेस को लगा करारा झटका। कांग्रेस में सिर्फ चकराता विधानसभा सीट से प्रीतम सिंह जीत पाए चुनाव।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड: लोकतंत्र के महापर्व पर तीन पीढियां ने किया एक साथ मतदान

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *