हल्द्वानी। कहते हैं जीवन और मरण सब ईश्वर के हाथ है,इसमें जीव की एक नहीं चलती। वर्ना जिस इकलौते बेटे के घर में किलकारियां गूंजने का स्वप्न संजोए चंद्रशेखर कर्नाटक (#Chandrshekhar_karnatak)जीवन की गाड़ी को खींच रहे थे उसकी बेटी होने से चार घंटे पहले ही वे अपनी आखें हमेशा के लिए न मूंद लेते। पिथौरागढ़… … Continue reading हल्द्वानी… #नैनं_छिन्दन्ति_शस्त्राणि : दादा ने आंखें मूंदी तो चिकित्सालय में पौत्री की गूंजी किलकारी…खबर पढ़कर आप भी कहेंगे… वाह रे भगवान
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed