हैवानियत : 30 युवती-महिलाओं से गैंगरेप, पुलिस ने धर दबोचे आरोपी
प्रतापगढ़। पुलिस ने युवतियों-महिलाओं से गैंगरेप करने वाले दरिंदों की गैंग पकड़ी है। ये हैवान सुनसान रास्तों पर खड़े होकर बाइक सवार युवक-युवतियों को रोकते थे, उनसे लूटपाट कर युवक को भगा देते थे। फिर युवती-महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म करते।
बुलंदशहर…हादसा: 6 साल के मासूम की मौत 2 बच्चे गंभीर घायल
यही नहीं, अपनी हैवानियत का वीडियो बनाकर उसे वायरल करने की धमकी देते थे। विरोध करने पर मारपीट भी करते थे। एक नाबालिग समेत पकड़े गए 5 बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि प्रतापगढ़ में धरियावद इलाके में 6-8 महीने में वे 30 से ज्यादा महिलाओं से गैंगरेप कर चुके हैं।
एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि धरियावद थाने में एक नाबालिग ने गैंगरेप का केस दर्ज करवाया था। उसमें बताया कि 22 दिसंबर को रात करीब 10 बजे वह अपने परिचित के साथ किसी रिश्तेदार के घर जा रही थी। तभी एसआर पेट्रोल पंप के पास दो बाइक सवार नकाबपोशों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। परिचित ने बाइक भगाई तो बदमाशों ने लठ फंसा दिया। दोनों नीचे गिर गए। दोनों के साथ लूट की गई। युवक को वहां से भगाकर आरोपी नाबालिग को उठा ले गए और सुनसान जगह पर उससे गैंगरेप किया।पीड़िता के मोबाइल से ही वीडियो बना लिया। उससे मारपीट भी की।
इसके बाद से ही पुलिस अलग-अलग टीम बनाकर आरोपियों की तलाश कर रही थी। पेट्रोल पंप और उसके आसपास तलाश की गई। इस दौरान पेट्रोल पंप के सामने खंडरनुमा मकान में 8 युवक लूट की योजना बनाते मिले। दबिश देकर 4 को गिरफ्तार कर लिया गया। नाबालिग को डिटेन किया गया है। इनके पास से पाइप, मिर्ची पाउडर, चाकू, तलवार, लट्ठ और दो मोटरसाइकिल जब्त की गई हैं।
वीडियो के आधार पर इन्हीं में से 4 लोगों की पहचान की गई। एक आरोपी अभी पकड़ा जाना बाकी है। गैंगरेप में 4 युवकों में नाबालिग भी शामिल था। पुलिस ने इन पर सामूहिक दुष्कर्म, अवैध रूप से हथियार रखने और डकैती की योजना बनाने का केस दर्ज कर रही है। पकड़े गए बदमाशों में पुष्कर पिता राजू, दीपक पिता हीरालाल, दीपक पिता मोहनलाल, पालीय उर्फ प्रकाश और एक नाबालिग शामिल हैं। तीन आरोपियों पर लूट, डकैती और मारपीट के मामले दर्ज हैं।
रेप के बनाए वीडियो मोबाइल में मिले
पुलिस ने एक आरोपी का मोबाइल का चेक किया तो उसमें अश्लील वीडियो मिले हैं। ये इन दरिंदों ने घिनौनी हरकत के दौरान बनाए। इनकी शिकार ज्यादातर महिलाएं बदनामी के डर से पुलिस के सामने नहीं आई हैं। वहीं, पुलिस अधीक्षक ने बताया कि केस दर्ज कराने वाली पीड़िता को 8 लाख 25 हजार रुपए मुआवजे के रूप दिए जाएंगे। साथ ही जिला कलेक्टर द्वारा महिला संरक्षण हेतु 4 लाख करीब का सहयोग दिलाने की भी कार्रवाई की जा रही है।