नगर परिषद नालागढ़ : यहां 25 वर्षों से नहीं हुआ बीपीएल परिवारों का सर्वे

नालागढ़। प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ के तहत नगर परिषद नालागढ़ में बीपीएल का सर्वे हुए 25 साल से ज्यादा का समय हो चुका है, लेकिन उसके बाद ना तो सरकार ने कोई ध्यान दिया और ना ही नगर परिषद की ओर से बीपीएल के परिवारों को लेकर सर्वे करवाया गया। मामला मीडिया में आने के बाद नगर परिषद के अधिकारी अब कोरोना काल का हवाला देकर जल्द बीपीएल का सर्वे करवाने की बात कह रहे हैं। जो सर्वे हर साल होना चाहिए वह इतने सालों से क्यों नहीं करवाया गया। क्यों गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों को सरकार द्वारा बीपीएल की सुविधाओं से वंचित रखा गया। ऐसे सवाल हम नहीं नगर परिषद के अंतर्गत आने वाले नालागढ़ के लोग उठा रहे हैं।

आपको बता दें कि लोगों ने सवाल उठाते हुए कहा है कि 1995 में बीपीएल परिवारों का सर्वे हुआ था और उसके चलते ढाई सौ के करीब परिवारों को बीपीएल में जोड़ा गया था और उन्हीं परिवारों को 25 वर्षों से बीपीएल के अंतर्गत आने वाली सहूलतें दी जा रही है, लेकिन नगर परिषद नालागढ़ के अंतर्गत आने वाले 9 वार्डों में अभी भी गरीबी रेखा से नीचे काफी लोग और परिवार हैं जो अभी भी बीपीएल से मिलने वाली सुविधाओं से वंचित हैं। उन लोगों ने सरकार व नगर परिषद के अधिकारियों से जल्द बीपीएल के सर्वे करवाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि उन्हें भी बीपीएल में शामिल किया जाए ताकि सरकार द्वारा दी जाने वाली बीपीएल के तहत उन्हें भी मदद मिल सके।

इस बारे में मीडिया से बातचीत करते हुए नगर परिषद नालागढ़ के ईओ संजय कुमार ने कहा है कि कोविड-19 के

ओ संजय कुमार

चलते बीपीएल परिवारों के सर्वे नहीं करवाए जा सके थे लेकिन अब कोविड-19 के चलते माहौल खुल रहा है और जल्द ही बीपीएल परिवारों के सर्वे करवाए जाएंगे और जो लोग गरीबी रेखा के नीचे हैं। उन्हें बीपीएल परिवारों में शामिल किया जाएगा और जो लोग आर्थिक तौर पर मजबूत हो गए है उन्हें बीपीएल से हटाया भी जाएगा।

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