लालकुआं ब्रेकिंग : अपनी आखों में बिंदुखत्ता को राजस्व ग्राम बनाने का सपना लिए दुनिया से कूच कर गए ज्ञान सिंह गुसांई
लालकुआं। नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के पूर्व चेयरमैन ज्ञान सिंह गुसाईं का आज प्रात: निधन हो गया। जिसके बाद कांग्रेसियों में मायूसी छा गई है। उन्होंने तत्कालीन उत्तर प्रदेश से लेकर वर्तमान उत्तराखण्ड तक बिन्दुखत्ता क्षेत्र को राजस्व गाँव घोषित करने को लेकर जो संघर्ष जीवन भर किया गया वह उनकी आंखों के सामने पूरा न हो सका।
लालकुआं के बिन्दुखत्ता इन्दिरा नगर द्वितीय में रहने वाले वरिष्ठ काँग्रेस नेता एवं नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के पूर्व चेयरमैन ज्ञान सिंह गुसाईं का आज लम्बी बीमारी के चलते निधन हो गया। जिसकी सूचना लालकुआं बिन्दुखत्ता के सैकड़ों लोगो को लगी तो हर कोई उनके अन्तिम दर्शन को दौड़ पड़ा।
ज्ञान सिंह गुसाईं ने बिन्दुखत्ता बसाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उन्होंने ही सबसे पहले उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के समक्ष बिन्दुखत्ता क्षेत्र को राजस्व ग्राम बनाये जाने का मुद्दा उठाया था। तब से उन्होंने बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव बनाने का सपना लिये कई जन आन्दोलन किये। यही नहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को भी बिन्दुखत्ता राजस्व गांव बनाये जाने का अनुरोध करते हुए ज्ञापन सौपा था।
उत्तराखण्ड गठन के बाद भी ज्ञान सिंह गुसाईं ने हार नही मानी और अपनी इसी मांग को लेकर देहरादून मे जाकर कई बार आन्दोलन किये। वर्षो संघर्ष के बाद भी अपनी आँखो में बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव का सपना लिये आज दुनिया को अलविदा कह गये। उनके निधन की सूचना के बाद लालकुआँ बिन्दुखत्ता हल्दूचौड़ सहित कई क्षेत्रो के दुग्ध उत्पादकों मे शोक की लहर है। उनकी शव यात्रा उनके निवास से चित्रशिला घाट रानीबाग को रवाना हुई जहाँ उनका अन्तिम संस्कार किया जायेगा ।