मोटाहल्दू न्यूज : किसानों के लिए वरदान बनकर बरस रहे मेघ, सिंचाई गूल व नहरे हैं क्षतिग्रस्त कैसे करें सिंचाई

विक्की पाठक
मोटाहल्दू।
आम आदमी के लिए भीषण गर्मी से राहत और किसानों के लिए वरदान बनकर मेघ जमकर बरस रहे हैं। जिससे एक और भीषण गर्मी से तो राहत मिल ही रही है, वहीं इस बरसात से किसानों के चेहरों में मुस्कान देखने को मिल रही है। क्योंकि इन दिनों किसानों को खेतों में धान की बुवाई करने के लिए अत्यधिक पानी की जरूरत होती है। विगत 1 सप्ताह से भाबर क्षेत्र में किसानों ने धान की बुवाई शुरू कर दी है जिसमें पानी की काफी आवश्यकता होती है। ट्यूबवेल व नहरों से पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध ना होने के कारण किसानों को फसल लेट बुवाई होने का संकट गहरा रहा था। लेकिन पिछले 24 घण्टे से हो रही बारिश से किसानों को काफी हद तक इसका फायदा मिलेगा।

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गुल ओर नहरे है छतिग्रस्त कैसे हो पाएगी खपत पूरी

उत्तराखंड राज्य बनने के बाद से जितनी भी सरकारी आई और गई है, इन सरकारों के लीडरों ने किसानों के लिए तमाम घोषणाएं व वादे किए है। संभवत यह सभी कार्य कागजों में तो पूरे हो चुके हैं लेकिन धरातल में स्थिति कुछ और है। बात करें किसानों की तो इस वक्त किसानों को अत्यधिक पानी की जरूरत है लेकिन सिंचाई ट्यूबवेलों वह जमरानी नहर से निकलने वाली गुलो की हालत बेहद खराब है, जिसकी वजह से किसानों को अपने खेतो तक पानी पहुंचाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

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अब बात करें अगर नैनीताल जनपद की तो यहां अभी भी कई जगह पर पक्की गूलो का निर्माण नहीं हो पाया है। यहां किसान अभी भी पन्नी व सीमेंट के खाली कट्टे लगाकर पानी को अपने खेतों तक ले जाते हैं, तब जाकर कुछ हद तक सिंचाई के लिए पानी पहुंच पाता है। इधर कुछ काश्तकारों का कहना है कि सरकार द्वारा काफी वादे किए जाते हैं। लेकिन वह धरातल तक पहुंचने से पहले ही गायब हो जाते हैं।

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