ब्रेकिंग अपडेट @ पिथौरागढ़ : तीन बच्चियों के अलावा दो और शव मिले- ग्रामीण, क्षेत्र में बिजली पानी और संचार सेवाएं ठप, सैटेलाइट फोन से मुख्यालय के संपर्क में एएडीआरएफ, रेस्क्यू आपरेशन तेज
पिथौरागढ़। जिले की सीमांत तहसील धारचूला के ग्राम जुम्मा और नेपाल के श्री बगड़ इलाके में रविवार रात बादल फटने के बाद डरे-सहमे और निराश लोग किसी तरह मलबे के बीच लोगों के सकुशल होने की उम्मीद में खोजबीन करते रहे। संचार व्यवस्था ठप हो जाने के कारण एसडीआरएफ के जवान सैटेलाइट फोन से सूचनाएं अपने मुख्यालय में भेज रहे हैं।
धारचूला के ग्राम जुम्मा में बादल फटने से आये मलबे की चपेट में आने से 7 लोग हुए लापता, 3 बच्चियों के शव स्थानीय लोगो द्वारा बरामद किये गए हैं, शेष लोगों की सर्चिंग में एसडीआरएफ जुटी हुई है।
उक्त सूचना प्राप्त होते ही SDRF की एक टीम धारचूला से स्थानीय पुलिस टीम व राजस्व पुलिस के साथ तत्काल मय रेस्क्यू उपकरणों के घटनास्थल पर पहुँचे साथ ही पोस्ट अस्कोट से SDRF रेस्क्यू टीम DM पिथौरागढ के साथ हेलीकॉप्टर के माध्यम से घटनास्थल हेतु रवाना हुए है।
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उक्त घटना में जामुनी तोक( ग्राम जुम्मा) में 3 बालिकाएं जिनकी उम्र क्रमशः 18 वर्ष ,15 वर्ष व एक छोटी बच्ची के शव स्थानीय ग्रामीणों द्वारा पूर्व में ही बरामद कर लिए गए थे, एक महिला व पुरुष अभी भी लापता है जिनकी खोजबीन SDRF रेस्क्यू टीम द्वारा लगातार की जा रही है तथा दूसरे सुवाधार तोक में एक बुजुर्ग महिला व एक युवती भी लापता है। जिसकी खोजबीन भी एसडीआरएफ जवानों द्वारा की जा रही है।
इस बीच आज सुबह प्रशासन, राजस्व व नागरिक पुलिस, एसडीआरएफ और एसएसबी आदि की टीम क्षेत्र में पहुंचनी शुरू हुई, जिससे लोगों में हिम्मत बंधी और उपकरणों के साथ लापता लोगों की खोजबीन तेजी से शुरू की गई। तीन बच्चियों के शव मिलने की पुष्टि प्रशासनिक स्तर पर कर दी गई है। जबकि स्थानीय लोगों के अनुसार इनके अलावा लापता दो और लोगों के शव मलबे से बरामद किए गए हैं। दूसरी ओर भारी बारिश और भूस्खलन से एनएचपीसी परिसर क्षेत्र में भी काफी नुकसान की सूचना है। रात हुई भारी बारिश के बाद काली नदी भी उफान पर है जिससे कई इलाकों में खतरा पैदा हो गया है। अनेक आवासीय मकान खतरे की जद में आ गए हैं।
बादल फटने से जुम्मा के पास नेपाल के श्रीबगड़ इलाके में भी भारी नुकसान होने की सूचना मिल रही है। इधर एनडीआरएफ के साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारी भी धारचूला के लिए रवाना हो चुके हैं। जुम्मा क्षेत्र में हैलीपैड तैयार कर लोगों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू करने और राहत सामग्री पहुंचाने की तेजी से तैयारी चल रही है। क्षेत्र में दूरसंचार सेवा भी लड़खड़ाने के कारण अधिकारियों व क्षेत्रवासियों से संपर्क करना मुश्किल हो रहा है। फिलहाल स्थानीय प्रशासन तमाम एजेंसियों, रेस्क्यू टीम और ग्रामीणों के साथ राहत बचाव कार्यों में जुटा हुआ है। दूसरी तरफ मुनस्यारी के तल्ला जोहार क्षेत्र में भी बारिश से काफी नुकसान हुआ है। जानकारी के अनुसार गैला पत्थरकोट में सात-आठ परिवार खतरे की जद में हैं। कई जगह खंभे टूटने से बिजली और पेयजल व्यवस्था ठप होने की सूचना है।