उत्तराखंड… #ओह तेरी : यहां पकड़ा गया नकली आईपीएस अधिकारी, महिला मित्र पर रौब गांठने के लिए पुलिस से मांग रहा था सुविधाएं

हरिद्वार। नवीं मुंबई से अपनी महिला मित्र के साथ उत्तराखंड भ्रमण पर आए यूपीएससी की तैयारी कर रहे एक युवक को आईपीएस अफसर बनने की ऐसी सनक चढ़ी कि बेचारा जेल की सलाखों के पीछे जा पहुंचा।

वह हरिद्वार कोतवाली पहुंचा और स्वयं को आईपीएस अफसर बताते हुए पुलिसकर्मियों से गेस्ट हाउस बुक करवाने और हरिद्वार में घूमने के लिए वाहन व एक सिपाही की व्यवस्था करने के लिए दवाब में लेने लगा। पुलिस एक तरफ तो उसकी जी हुजूरी करती रही दूसरी ओर उसके बारे में गोपनीय ढंग से जानकारी जुटाती रही। कुछ ही देर दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। सच्चाई सामने आते ही युवक बैकफुट पर आ गया और पुलिस वालों के सामने माफ कर देने के लिए गिड़गिड़ाने लगा। लेकिन पुलिस ने उसके खिलाफ आईपीसी की धरा 419/170 के तहत मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया।


दरअसल इसमें गलती पुलिस की नहीं नवीं मुंबई के ठाणे जिले के निरूल थाना क्षेत्र के अंतरगत आने वाले सी विंग, दत्तात्रेय काम्प्लैक्स निवासी सागर बाघमारे ने यह मुसीबत बैठे बिठाई बुलाई थी। व​ह कल दोपहर को अचानक अपनी महिला मित्र के साथ पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर के कार्यालय में जा धमका उसने बताया कि वह 2018 बैच का आईपीएस अफसर है। उसने क्षेत्राधिकारी से कहा कि वे कोतवाली पुलिस को निर्देश दें कि उनके लिए एक गेस्ट हाउस बुक कराए, एक वाहन का इंतजाम करे और एक सिपाही उनकी सुरक्षा में तैनात करे। उसकी बातों पर शक होने पर सीओ ने चुपचाप कोतवाल के नेतृत्व में टीम बनाकर उसके बारे में जानकारी जुटाने पर लगा दिया।

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ज्ञात हुआ कि उक्त नाम 2018 बैच का कोई भी आईपीएस अधिकारी नहीं है। इसी बीच वह व्यक्ति कोतवाली नगर हरिद्वार पहुंच गया और एसएसआई कोतवाली नगर हरिद्वार को अपने पद का रौब दिखाते हुए रहने खाने पीने एवं वाहन आदि की व्यवस्था करने हेतु कहने लगा। जब पुलिस ने उसे कार्यालय में बिठाकर पुलिस द्वारा व्यक्ति को आईडी दिखाने कहा गया तो वह बैकफुट पर आ गया। सख्ती से पूछताछ में उसने बताया कि वह यूपीएससी की तैयारी कर रहा हूं। साथ ही वकालत भी कर रहा है। 2 दिन से उत्तराखंड भ्रमण पर अपनी एक महिला मित्र के साथ आया था और इसी बीच उसके दिमाग में पुलिस ने अपनी खातिरदारी करने का विचार कौंधा और वह बिना सोचे समझे उत्तराखंड पुलिस से जा उलझा।

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पुलिस की टीम में सहायक पुलिस अधीक्षक हरिद्वार विशाखा भदाने, सीओ नगर, अभय प्रताप सिंह, कोतवाल राजेंद्र कठैत,एसएसआई अरविंद रतूड़ी, आरक्षी शशिकांत त्यागी व राजेश सेमल्टी शामिल थे।

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