देहरादून… #तहकीकात : श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति के प्रमाणपत्रों की होगी जांच
देहरादून। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीपी ध्यानी के चयन और शैक्षणिक और प्रशासनिक अनुभव प्रमाणपत्रों की जांच होगी। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इस संबंध में अपर मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं।
राज्य विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की योग्यता के मामले में हाईकोर्ट भी सख्त रुख अपना चुका है। आर्यन छात्र संगठन के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता शक्ति सिंह बर्तवाल ने उच्च शिक्षा मंत्री डा रावत को ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन में उन्होंने श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति के चयन, शैक्षणिक व प्रशासनिक अनुभव और वेतन संबंधी प्रमाणपत्रों में गड़बड़ी के आरोप लगाए गए हैं।
सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि कुलपति के प्रमाणपत्र यूजीसी के नियमों के विपरीत हैं। ज्ञापन में कुलपति के प्रोफेसर पद पर 10 वर्ष के अनुभव व वेतनमान पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि डॉ. ध्यानी को 10 हजार ग्रेड वेतन 2016 से प्राप्त हुआ है। उच्च शिक्षा मंत्री डा रावत ने इस प्रकरण की विभागीय जांच करने और जांच रिपोर्ट से उन्हें भी अवगत कराने के निर्देश दिए हैं।