उत्तराखंड… यहां दो भाईयों ने ठंड से बचने को कमरे में रखी थी सुलगती अंगीठी, गैस के कारण दम घुटने से दोनों की मौत, 11वीं के छात्र थे दोनो
टिहरी। भिलंगना विकासखंड के बगर गांव में दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। यहां ठंड से बचने के लिए दो किशोरों ने अपने कमरे में अंगीठी क्या सुलगाई उससे बनने वाली गैस ने उनकी जान ही ले ली। आज सुबुह जब वे नहीं उठे तो माता पिता ने दरवाजा तोड़ कर कमरे में प्रवेश किया। दोनों अपने बिस्तरों पर मृत पड़े थे।
भिलंगना विकास खंड के अंतरगत आने वाली हिंदाव पट्टी के बंगर गांव में के चड़ोली तोक मकान सिंह नेगी अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनके 17 और 15 साल के दो बेटे थे आशीष और अनुज। दोनो ही 11 वीं कक्षा में पढ़ रहे थे। मिल रही जानकारी के अनुसार कल रात को ठंड अधिक होने के कारण मकान सिंह ने सबके लिए एक कमरे में अंगीठी जलाई थी।
पूरे परिवार ने अंगीठी की अंच सेकते हुए खाना खाया और बाद में आशीष और अनुज अंगीठी को अपने कमरे में लेकर चले गए। बताया गया है कि इससे पहले भी दोनों भाई सर्दियों के दिनों में अपने कमरे में अंगीठी रखकर सोया करते थे। आज सुबह जब आशीष और अनुज ने कमरे का दरवाजा नहीं खोला तो पिता मकान सिंह को कुछ संदेह हुआ। उन्होंने दरवाजा तोड़ कर कमरे में प्रवेश किया। अंदर आशीष और अनुज अपने अपने बिस्तरों पर बेहोश पड़े थे।
पिता मकान सिंह ने शोर मचा कर ग्रामीणों के घटना की जानकारी दी। ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे। ग्राम प्रधान राधिका देवी भी सूचना पाकर मौके पर पहुंची। लोगों ने उनकी नब्ज जांची तो पता चला कि उनकी मौत हो चुकी थी। घटना के बाद गांव में मातम छा गया है।
कहिए नेता जी! हां यूकेडी ने बहुत गलतियां कीं,लेकिन उत्तराखंड का दर्द हम ही समझते हैं : रवि