चंडीगढ़…रोष:यूटी चंडीगढ़ के नर्सिंग कैडर के लिए सेंट्रल पे स्केल एवं सेंट्रल सिविल सर्विस रूल्स लागू करवाने के लिये सिग्नेचर कैम्पेन शुरू
चंडीगढ़ (विजेंदर राणा) यूटी चंडीगढ़ की नर्सेज 1992 की नोटिफिकेशन के कारण पंजाब सिविल सर्विसेज रूल्स एवं पंजाब पे स्केल की वजह से सर्विस मामलों में वर्षों से अनेक समस्याओं से जूझ रही हैं। नर्सेज ने कोरोना काल में कोरोना वारियर के रूप में प्रथम पंक्ति में खड़े होकर, अपने एवं अपने परिवार के जीवन को खतरे में डालकर देश सेवा में अहम योगदान दिया है एवं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभूतपूर्व योगदान को पहचाना एवं सम्मानित भी किया है। यूटी चंडीगढ़ नर्सेज चाहती हैं कि यूटी चंडीगढ में भी भारत के अन्य केन्द्र शासित प्रदेशों की तरह भारत सरकार के नियमों द्वारा शासित होनी चाहिए। नर्सेज अपने स्वयं के निर्णय लेने वाले प्राधिकारी नहीं होने की वजह से अपंग हैं। जैसे कि-
1. यूटी चंडीगढ़ की नर्सेज दूसरे सेंट्रल गवर्नमेंट या यूटी इंस्टीट्यूट्स की तुलना में हर महीने लगभग ₹30000 सैलरी के नुकसान पर काम कर रही हैं तथा नई जॉइनिंग पर नर्सेज को 3 साल तक ₹29200 पर रखना बहुत ही नाइंसाफी है जबकि देश के अन्य यूटी हॉस्पिटल एवं सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में वही नर्सेज ₹80000 प्रतिमाह से अधिक की सैलरी पर काम कर रही हैं।
- सम्पूर्ण सर्विस में कोई फाइनेंसियल अपग्रेडेशन नहीं है तथा पूरी सर्विस में न के बराबर प्रमोशंस हो पाते हैं।
- नर्सेज हेतु केन्द्र द्वारा विशेष रूप से दिए जाने वाले एलाउंसेस, पंजाब रूल्स के कारण यूटी चंडीगढ़ नर्सेज को नहीं मिल रहे हैं।
- रिटायरमेंट की उम्र भी बिना किसी एक्सटेंशन्स के 60 साल से घटाकर 58 साल कर दी गई है।
- यहां पर 15 दिन से कम के लिए कोई मेडिकल लीव नहीं दी जाती।
नर्सेज वेलफेयर एसोसिएशन जीएमसीएच32, चंडीगढ ने चंडीगढ प्रशासक श्री बनवारीलाल पुरोहित जी
से, यूटी चंडीगढ में सेंट्रल सिविल सर्विस रूल्स और सेंट्रल पे स्केल लागू करने की मांग की है, जिससे सभी नर्सिंग कर्मचारियों को न्याय मिल सके। इसी क्रम में नर्सेज वेलफेयर एसोसिएशन जीएमसीएच 32, चंडीगढ ने आज से सिग्नेचर कैम्पेन की शुरुआत की है। यह जानकारी डबकेश कुमार,अध्यक्ष
जीएमसीएच नर्सेज वेलफेयर एसोसिएशन, सैक्टर-32, चंडीगढ द्वारा दी गई है।