नालागढ़… ये क्या: भाजपा जिलाध्यक्ष की पत्नी ने अपनी ही सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा,सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं पर उठाए सवाल
नालागढ़। प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ के तहत भाजपा जिला अध्यक्ष की पत्नी व महिला स्वास्थ्य संघर्ष समिति नालागढ़ की अध्यक्ष इंदु वैद्य ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आपको बता दें कि इंदु वैद्य की अध्यक्षता में महिला स्वास्थ्य सघर्ष समिति ने नालागढ़ क्षेत्र के एकमात्र सरकारी अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर सरकार की कारगुजारी पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ का एकमात्र सिविल अस्पताल डॉक्टरों व स्टाफ की कमी के चलते खुद बीमार है।
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सरकार द्वारा इस अस्पताल को 100 बैड का अस्पताल तो घोषित कर दिया गया लेकिन जिस हिसाब से यहां पर सुविधाएं होनी चाहिए थी वे उपलब्ध ही नहीं करवचाई गई। उन्होंने कहा कि अस्पताल में न तो 100 बैड के हिसाब से स्टाफ, डॉक्टरों की तैनात की गई है और ना ही यहां की व्यवस्थाएं इस लायक बनाई गई है। इसी वजह से आए दिन क्षेत्रवासियों को इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड रही है उन्होंने कहा कि ना तो यहां पर कोई आंखों का स्पेसलिस्ट डॉक्टर है और ना ही काफी लंबे समय से यहां पर अल्ट्रासाउंड हो रहे हैं और तो और स्टाफ व डॉक्टरों की यहां पर तैनाती नहीं है।
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जिसके चलते क्षेत्रवासियों को इलाज के लिए बाहरी राज्यों का रुख करना पड़ता है और महंगे दामों पर उन्हें इलाज करवाना पड़ रहा है। उनका कहना है कि कई बार दूर दराज क्षेत्र से आने वाली महिलाएं व मरीज बिना इलाज के ही वापस लौट जाते हैं। जिसके चलते लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।
भाजपा जिला अध्यक्ष की पत्नी का कहना है कि नालागढ़ अस्पताल का अब मजाक बनकर रह गया है और लोग इसे अब रेफरल अस्पताल का नाम देकर भी मजाक उड़ाने लगे हैं। उन्होंने सरकार व प्रशासन से जल्द अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं व स्टाफ, डॉक्टरों की कमी को पूरा करने की मांग उठाई है। इंदु वैद्य ने नालागढ़ के एसडीएम के माध्यम से सीएम जयराम ठाकुर व स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल को एक ज्ञापन भेजकर अस्पताल में जल्द फैली अव्यवस्थाओं को लेकर पूरा करने की मांग उठाई है।
यहां सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य मंत्री जिला सोलन से ही है और सरकार को बने हुए भी 4 साल से ज्यादा का समय हो चुका है लेकिन आज तक प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ में सरकार एक भी ढंग का अस्पताल बनाना तो दूर एकमात्र सिविल अस्पताल नालागढ़ में फैली कमियों को पूरा नहीं कर पाई है ।
हालांकि बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र व इसे औद्योगिक राजधानी के नाम से भी जाना जाता है और प्रदेश सरकार के खाते में करोड़ों रुपया राज्यस्व के रूप में भी जमा होता है लेकिन इसके बावजूद भी सरकार का रवैया प्रदेश के विकास को लेकर गंभीर नहीं है और आलम यह है कि अब सत्ताधारी पार्टी के नेताओं द्वारा भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलना शुरू कर दिया है और सरकार द्वारा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के दावों की पोल सवाल उठाकर भी खोली जा रही है।