लालकुआं…खेला होवे : निर्दलीय संध्या और चौहान की उपस्थिति उड़ा रही राजनैतिक दलों की नींद
तेजपाल नेगी
हल्द्वानी। नैनीताल जिले की सबसे हॉट सीट बन चुकी लालकुआं सीट पर कांग्रेस और भाजपा दोनों ही अपने ही नेताओं की बगवात से हलकान है। सत्ताधारी भाजपा में अचानक पार्टी में शमिल होकर टिकट ले उड़ने वाले मोहन सिंह चौहान के खिलाफ नगर पंचायत के पूर्व चेयरमेन पवन चौहान ने बगावत का झंडा बुलंद किया है तो कांग्रेस में प्रदेश के होने वाले सीएम कह कर प्रचारित किए जा रहे हरीश रावत के खिलाफ उनकी ही पार्टी की नेत्री संध्या डालाकोटी ने र्दिलीय के रूप में अपनी आवाज बुलंद की है। दोनों ही बागी नेता अपनी—अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। संध्या को कांग्रेस से 6 साल के लिए बेदखल कर दिया गया है। लेकिन पवन चौहान ने इससे पहले कि पर्टी कोई फैसला लेती स्वयं ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया। फिर भी अनुशासन को सर्वोपरि बताने वाली भाजपा पवन चौहान पर कुछ भी बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है।
बड़ा सवाल यह है कि भाजपा और कांग्रेस के ये बागी सीट निकालने के लिए चुनावी मैदान में उतरे हैं या फिर वे पार्टी का टिकट ले आने वाले नेताओं का खेल बिगाड़ने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों ही नेताओं के खेमों में जाएंगे तो आपको लगेगा कि यहां भी चुनाव लड़ने और जीतने की रणनीति ही तैयार हो रही है। दोनों खेमे पूरी गंभीरता से चुनाव मैदान में उतरे हैं। समर्थकों की फौज अल सुबह उठकर उनके कार्यालय रूपी आवास पर आ डटती हैं। पूरे दिन की रणनीति तैयार होती है और निकल पड़ती हैं समर्थकों की टोलियां चुनाव प्रचार करने के लिए। एक तरफ ‘मत चूको चौहान’ जैसे भावनाओं से ओत प्रोत कार्यकर्ता हैं तो दूसरी ओर ‘बेटी हूं —लड़ सकती हूं’ का कांग्रेसी नारा लेकर आगे बढ़ रही हैं महिलाओं की टोलियां। दोनों ही खेमों के रणनीतिकार दिन रात माथापच्ची कर राष्ट्रीय पार्टियों के प्रत्याशियों की नींद उड़ाने की तैयारी कर रहे हैं।
इन दोनों ही खेमों के लिए राहत वाली बात यह है कि कोविड प्रोटोकाल के कारण कोई भी राष्ट्रीय नेता यहां कम से कम बड़ी रैली करने तो नहीं आ रहा है। वचुर्अल रैलियों को प्रभाव कैसा रहता है। यह सब समझ चुके हैं। निर्दलीय लड़ रहे संध्या और चौहान इस बार जितने ज्यादा वोट लाएंगे राष्ट्रीय पार्टियों के लिए मुश्किलें उतनी ही बढ़ती जाएगीं। फिलहाल दोनों ही बागी उम्ममीदवार अपनी अपनी मूल पार्टियों की नींदे उड़ाने के लिए काफी हैं।