नालागढ़ (हिमाचल)…कथनी—करनी : सीएम स्वयं ही नहीं निकल पा रहे वीआईपी कल्चर के मोहपाश से, नालागढ़ के लोगों ने जताया रोष

नालागढ़। प्रदेश में वीआईपी कल्चर का समूल नाश करने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के अपने वीआईपी कल्चर पर स्थानीय लोगों ने सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री वीआईपी कल्चर हटाने के नाम पर दिखावा कर रहे हैं जबकि वे स्वयं वीआईपी कल्चर का मोह नहीं त्याग पा रहे हैं।

आपको बता दें कि कल यानी 23 मार्च को प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर नालागढ़ दौरे पर आए थे, इस दौरान दौरान लोगों ने सीएम जयराम ठाकुर से भेंट करने का प्रयास किया लेकिन उनके प्रयास सफल नहीं हो सके अब लोगों ने कहा है कि गाड़ी से लाल बत्ती हटाने से ही वीआईपी कल्चर खत्म नहीं हो जाता।

सीएम से मिलने गए लोगों से उलझते सुरक्षाकर्मी


सेवा निवृत्त एचएएस अधिकारी डीपी वर्मा का कहना है कि प्रदेश का मुख्यमंत्री आज भी वीआईपी कल्चर के मोह में फंसा हुआ है। सीएम ने नालागढ़ दौरे के दौरान फुल टाइट सिक्योरिटी ले रखी थी, हालात ऐसे थे कि आम लोगों को सिक्योरिटी व अधिकारियों ने सीएम के नजदीक तक नहीं फटकने दिया।

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स्थानीय बुजुर्ग व दर्जनों लोगों ने कहा कि वह सीएम ठाकुर से मिलना चाहते थे और उनसे मिलकर अपनी समस्याएं बताना चाहते थे ,लेकिन सीएम की सिक्योरिटी आफीसरों ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा है कि यहां कौन सा सीएम के ऊपर अटैक होने वाला था जो इतनी सिक्योरिटी लेकर सीएम जयराम ठाकुर आ रहे हैं ।


लोगों ने कहा कि एसडीएम नालागढ़ द्वारा फोन करके उन्हें बुलाया गया तभी वह सीएम से मिलने के लिए आ रहे हैं लेकिन सीएम की सिक्योरिटी और आईएएस अधिकारियों द्वारा उन्होंने सीएम तक जाने से रोका गया है। उनका कहना है कि जब आम आदमी अपनी समस्या लेकर नहीं जा सकता तो सीएम जयराम ठाकुर वीआईपी कल्चर खत्म करने के कौन से खोखले दावे कर रहे हैं। उनका कहना है कि केवल गाड़ियों से लालबत्ती हटाने से ही वीआईपी कल्चर खत्म नहीं होगा ,जब तक सीएम और मंत्री सिक्योरिटी का झाम कम करके आम लोगों के बीच समस्याएं नहीं सुनते तब तक यह कल्चर खत्म नहीं होगा।


नगर पालिका के नामित सदस्य अनिल अरोड़ा ने कहा है कि जब लोग पहले ओल्ड ब्वायज स्कूल में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए गए थे तब भी उन्हें मिलने से रोका गया और जब वे पीडब्ल्यूडी के रेस्ट हाउस में पहुंचे और उन्हें यहां भी सीएम से नहीं मिलने दिया गया, उनका आरोप है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को आम लोग ही चुनकर सत्ता में लाते हैं लेकिन जब वह सत्ता के नशे में इतने चूर हो जाते हैं और आम लोगों से ही बात करने से गुरेज करते हैं। उनका कहना है कि अहंकार से सत्ता डूब भी जाती है यह बात सभी नेताओं को याद रखनी चाहिए।

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सीएम सिक्योरिटी व सीएम से ना मिलने के चलते लोगों में रोष है और लोगों का कहना है कि सीएम जयराम ठाकुर दौरे के दौरान लोगों की समस्याएं नहीं सुन सकते और प्रदेश का मुख्यमंत्री सेल्फी खींचने में व्यस्त है। यह शर्मनाक स्थिति है कि कोई सीनियर सिटीजन उनसे मिलना चाहे और अपनी समस्याओं के समक्ष रखना चाहे और सीएम की सिक्योरिटी उन्हें सीएम तक पहुंचने ना दे।

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लोगों का कहना है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को वीआईपी कल्चर खत्म करने के दिखावे बंद कर देने चाहिए और पहले की तरह लालबत्ती लगाकर घूमना चाहिए ताकि लोगों को पता चल जाए कि मुख्यमंत्री आम लोगों से नहीं बल्कि बड़े-बड़े उद्योगपतियों और बड़े-बड़े नेताओं से मिलने आ रहे हैं।

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