हिमाचल…काहिली: करोड़ों रुपए की लागत से मंगवाई गई 5 दर्जन से ज्यादा बसें बद्दी रोडवेज में बन रही कबाड़
नालागढ़। प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक बद्दी के तहत हिमाचल पथ परिवहन निगम की पार्किंग में इन दिनों 5 दर्जन से ज्यादा हिमाचल पथ परिवहन निगम की एसी बसें कबाड़ होती हुई नजर आ रही है, इन बसों को हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा बाहरी राज्यों से करोड़ों रुपयों में खरीदकर मंगवाया गया था लेकिन जो बसें सड़कों पर चलनी चाहिए थी वह अब हिमाचल पथ परिवहन निगम की पार्किंग में खस्ताहाल खड़ी हैं।
आपको बता दें कि बसों की पार्किंग में हालात इस कदर खराब है कि आसपास कचरा और कबाड़ फैला हुआ है और बीच में बसें पार्क की गई हैं और इन बसों की हालत दिन प्रतिदिन खस्ता होती जा रही है। आपको बता दें कि ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है जिसमें वीडियो बनाने वाले शख्स का कहना है कि सरकार द्वारा इन एसी बसों को करोड़ों रुपए में खरीद कर हिमाचल पथ परिवहन निगम की पार्किंग में खड़ा कर दिया गया है। डेढ़ माह से ज्यादा का समय इन बसों को यहां पर खड़े हुए हो चुका है और प्रदेश सरकार का करोड़ों रुपया बर्बाद होता हुआ नजर आ रहा है ।
बद्दी में इन दिनों भारी बारिश हो रही है और इसके चलते भारी मात्रा में मलबा बसों के बीच आ गया है और यह बसें अब कबाड़ का रूप धारण करती हुई नजर आ रही है हालांकि इस बारे में हमने एचआरटीसी नालागढ़ के आरएम से बातचीत की तो उनका कहना है कि कुछ बसें विभाग की ओर से उन्हें नालागढ़ डिपो के लिए भेजी गई हैं लेकिन 70 से ज्यादा एसी बसें अभी भी उनके डिपो में आनी बाकी है उन्होंने कहा है कि बद्दी पार्किंग में जो बसें खड़ी है अभी वह विभाग के अंतर्गत नहीं आई है और जब उनके कागज पत्र एवं अन्य दस्तावेज पूरे हो जाएंगे उसके बाद भी हिमाचल पथ परिवहन निगम को सौंपी जाएगी और उसके बाद ही एसी बसों को सड़कों पर उतारा जाएगा उन्होंने यह कह कर पल्ला झाड़ दिया है।
यहां सबसे बड़ा सवाल हिमाचल पथ परिवहन निगम पर उठ रहा है कि अगर इन बसों को डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी सड़कों पर नहीं उतारा गया और अगर इन बसों के दस्तावेज पूरे नहीं हुए हैं तो क्यों एक ऐसी जगह पर पार्क किया जाना चाहिए जहां पर इन बसों की सही ढंग से देखभाल हो सके और यह तो बसें कबाड़ बनने से बच सके ।
अब देखना यही होगा कि कब हिमाचल पथ परिवहन निगम के उच्च अधिकारी एवं परिवहन मंत्री गहरी नींद से जागते हैं और कब जनता का एक एक रुपया टैक्स के रूप में एकत्रित करके सरकार के खाते में जमा हुआ पैसा बच सकता है।