अल्मोड़ा : एक आदर्श शिक्षक थे डॉ. मनराज यादव- पीसी तिवारी
अल्मोड़ा। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने कुमाऊं विश्वविद्यालय अल्मोड़ा में संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष रहे प्रखर विद्वान, सामाजिक सरोकारों में प्रति प्रतिबद्ध डॉ. मनराज यादव (80) की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि डॉ. मनराज यादव उनके जीवन में एक आदर्श शिक्षक के रूप में आए। उन्होंने विश्वविद्यालय के विकास में योगदान दिया।
यहां ज़ारी शोक संदेश में उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड में वन बचाओ, चिपको आन्दोलन के दौर में डॉ. मनराज यादव ने छात्र, युवाओं को रचनात्मक दिशा देने के साथ उन दिनों आयोजित होने वाले पर्यावरण शिविरों में भाग लेते थे।
वे उत्तराखंड संघर्ष वाहिनी में संस्थापकों में से एक थे व सक्रिय रूप से समर्थक थे। चेतना प्रिटिंग प्रेस की स्थापना एवं उसमें प्रकाशित होने वाले पाक्षिक “जंगल के दावेदार” में वे नियमित रूप से लेखन में योगदान देते रहे।
कटारमल में आयोजित एक माह के वृक्षारोपण शिविर में वे विश्वविद्यालय में वी. सी. रहे डॉ. पी. सी. पांडे के साथ शामिल रहे।
वर्तमान में वे शाहगंज में रामअवध गन्नाकृषण स्नाकोत्तर महाविद्यालय में 2001 में प्राचार्य के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय थे। उनकी पत्नी का निधन इसी वर्ष फरवरी में हो गया था। 16 अप्रैल 2021 को उन्होंने बनारस के एक अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली। उनके निधन पर उपपा ने गहरा शोक व्यक्त किया है।