चंपावत…काफी झोल वाली है एसडीएम साहब के अचानक गायब हो जाने की कहानी
चंपावत। अचानक घर से लापता हुए चंपावत के एसडीएम अनिल चन्याल तीन दिन अपने अवास पर लौट आए हैं। वे आज सुबह दस बजे चंपावत पूल्ड आवास स्थित अपने आवास पर पहुंचे। उनकी लोकेशन शिमला में मिलने और उसके बाद डीएम व एसपी से उनकी बातचीत होने के बाद मंगलवार को पुलिस व प्रशासन की टीम उन्हे लेने शिमला के लिए रवाना हुई थी।लेकिन इस टीम को वे हरिद्वार में ही मिल गई।
उन्होंने अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में कहा कि गले में इन्फैक्शन की वजह से वे परेशान थे। इसके लिए उन्होंने पीजीआई चंडीगढ़ में अप्वाइंमेंट लिया था। आज यानी बुधवार को उन्हें दिखाना था। इसके लिए उन्होंने 15 दिन के उपार्जित अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया था। लेकिन अवकाश स्वीकृत होने से पूर्व उन्हें अचानक जाना पड़ा।
उन्होंने बताया कि सोमवार को सुबह वे चंपावत से प्राइवेट टैक्सी से टनकपुर गए। जिसके बाद वोल्वो बस से चंडीगढ़ गए। जाते वक्त धोखे से अपना निजी फोन ले जाना भूल गए। वह कमरे में ही छूट गया। जिस कारण वह किसी को बता नहीं पाए। पर्स में दूसरा नंबर का सिम था। नया फोन खरीदने के बाद सिम डाला तो पुलिस का फोन आ गया। जिसके बाद मैंने सबको जानकारी दी। मैं ठीक हूं। डीएम के कहने के बाद में बगैर दिखाए चंपावत आ गए।
एसडीएम सदर अनिल चन्याल बीती रविवार 11 सितंबर को करीब 11 बजे छतार के पास स्थित किराना की दुकान पर सामान लेने सरकारी वाहन से स्वयं चलाकर आए थे। शनिवार को उन्होंने अपने सभी स्टॉफ को छुट्टी दे दी थी और उनसे कहा था कि जब कॉल करूंगा तब आना। रविवार दो बजे तक एसडीएम की लोकेशन चंपावत में ही थी।