उत्तराखंड…यहां शराब पीकर हंगामा करते भाजपा पार्षद के साथ 21 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, भाजपा नेताओं ने घेरा एसपी कार्यालय
काशीपुर। रात के समय शराब पीकर हंगामा कर रहे भाजपा पार्षद के साथ 21 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आज उनकी गिरफ्तारी के विरोध में इससे पार्षद संघ व भाजपा नेताओं में गुस्सा फैल गया। उन्हाेंने एसपी कार्यालय का घेराव किया और और कटोराताल चौकी इंचार्ज को निलंबित या जांच तक कोतवाली से अटैच करने की मांग उठज्ञई। भाजपा नेताओं का कहना है कि पार्षद के साथ पुलिस ने अभद्रता की है।
आरोप के मुताबिक बुधवार की रात ईदगाह रोड पर कुछ लोग शराब के नशे में आपस में झगड़ा कररहे थे। झगड़े और हंगामे की सूचना पाकर कटोराताल पुलिस मौके पर पहुंची। आरोप है कि वार्ड 30 के भाजपा पार्षद सुरेश सैनी और उनके अन्य साथियों ने पुलिस के साथ भी अभद्रता की। इस पर पुलिस ने पार्षद समेत 21 लोगों को गिरफ्तार कर राजकीय चिकित्सालय में मेडिकल कराकर धारा 151 में चालान कर दिया और यही नहीं पुलिस ने उनकी एक दर्जन बाइकें भी सीज कर दीं।
इसकी जानकारी होने पर गुरुवार की सुबह पार्षद संघ के सदस्य एसपी कार्यालय परिसर में पहुंचे और जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने एस पी कार्यालय पर धरना भी दिया। पार्षदों के समर्थन में मेयर ऊषा चौधरी, राम मेहरोत्रा, दीपक बाली व गुरविंदर चंडोक समेत कई पदाधिकारी भी एसपी कार्यालय पहुंच गए।
जिसके बाद एसपी चंद्रमोहन सिंह, कोतवाल मनोज रतूड़ी आदि ने पार्षदों से वार्ता कर उन्हें समझाने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस अपनी कार्रवाई पर दलील देती रही, लेकिन भाजपा नेता इसे एक तरफा कार्रवाई करार देते हुए कटोराताल चौकी प्रभारी नवीन चंद्र बुधानी पर तानाशाही दिखाने का आरोप लगाया।
मामला बिगड़ता देख पुलिस अधिकारियों ने भाजपा के नेताओं को वार्ता करने के लिए एसपी कक्ष में बुलाया। इस दौरान फोन पर एसएसपी से वार्ता की गई। भाजपा नेताओं ने एसएसपी को पूरा घटनाक्रम बताया। एसपी काशीपुर ने भी अपना पक्ष रखा, जिसके बाद एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने मामले में तटस्थ जांच कराने की बात कहते हुए जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इस पर भाजपा नेताओं ने पार्षदों के सामने एसएसपी से हुई वार्ता को विस्तार से बताया। मामले में कार्रवाई के आश्वासन के बाद भी पार्षद अपनी मांगों से टस से मस नहीं हुए। उन्होंने पार्षद के साथ अभद्रता करने वाले चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर या कोतवाली में अटैच करने की मांग पर जारी रखी।