ऋषिकेश… अंकिता हत्याकांड: आक्रोशित लोगों ने की यमकेश्वर विधायक रेणू बिष्ट की गाड़ी तोड़ी, महिला आयोग अध्यक्ष को बैंरंग लौटाया
ऋषिकेश। यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र की भाजपा विधायक रेणू बिष्ट को शनिवार को एम्स में अंकिता हत्याकांड से आक्रोशित लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। अंकिता की हत्या से गुस्साएं लोगों ने विधायक पर आरोपी रिजॉर्ट संचालक को बचाने का आरोप लगाते हुए उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ कर दी।
इस दौरान पुलिस ने बीच.बचाव कर मामले को संभाला। जनाक्रोश के चलते भाजपा विधायक को बैरंग लौटना पड़ा। 18 सितंबर से लापता अंकिता भंडारी का शव चीला शक्ति नहर से शनिवार सुबह करीब 7: 45 बजे पुलिस ने बरामद किया। शव को पोस्टमार्टम के लिए एम्स के पोस्टमार्टम हाउस में लाया गया।
मौके पर डीएम पौड़ी डा. विजय जोगदंडे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी जसवंत सिंह चौहान, एसडीएम यमकेश्वर प्रमोद कुमार, एसडीएम ऋषिकेश शैलेंद्र नेगी, तहसीलदार यमकेश्वर मनजीत सिंह, राजस्व उपनिरीक्षक ऋषिकेश सुधीर सैनी, सतीश जोशी के साथ भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रही।
भाजपा की यमकेश्वर विधायक रेणू बिष्ट एम्स में अंकिता के परिजनों को ढांढस बंधाने पहुंची, इसी बीच पोस्टमार्टम हाउस के बाहर खड़े लोगों ने उन्हें घेर लिया। आक्रोशित लोगों ने विधायक पर अंकिता के हत्यारोपी रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य को बचाने का आरोप लगाया।
आरोप जड़ा की शुक्रवार देर रात रिजॉर्ट में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई का प्रयास कर अंकिता हत्याकांड से जुड़े साक्ष्य मिटाने का कार्य किया है। जबकि पुलिस प्रशासन को फोरेंसिंक जांच आदि के लिए शनिवार सुबह रिजॉर्ट में पहुंचना था। आरोप लगाया कि विधायक ने जांच प्रभावित करने का कार्य किया है।
गुस्सायी भीड़ ने विधायक की गाड़ी में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस पर पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा। पुलिस ने आक्रोशित लोगों से बचाते हुए विधायक को वाहन समेत एम्स से बाहर निकाला।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष को भी बैरंग लौटाया
ऋषिकेश। शनिवार सुबह करीब 11: 50 बजे राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल भी एम्स के पोस्टमार्टम हाउस में पहुंची। कार से उतरकर जैसे ही वह पोस्टमार्टम हाउस के पास बैठे मृतका अंकिता भंडारी के परिजनों को सांत्वना देने आगे बढ़ीं तभी आक्रोशित जनता ने वापस जाओ वापस जाओ के नारे लगाने शुरू कर दिए।
गुस्साई भीड़ ने कहा कि वनंतरा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी 18 सितंबर को संदिग्ध परिस्थिति में लापता हो गई थी। राज्य महिला आयोग ने इसकी सुध नहीं ली। अंकिता का शव चीला शक्तिनहर से मिलने के बाद राज्य महिला आयोग यहां परिजनों को सांत्वना देने पहुंची है।
भारी विरोध के चलते राज्य महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल को भी बैरंग लौटना पड़ा।