हल्द्वानी… ब्रेकिंग न्यूज: सितारगंज में पकड़ा गया कुमाउं ज्वैलर्स के मालिक के बेटे पर गोलीबारी और उसके बाद पुलिस मुठभेड़ से फरार गिन्दा, तमंचा व कारतूस बरामद
हल्द्वानी। सितारगंज पुलिस ने हल्द्वानी के सर्राफ पर गोली चलाने के बाद, किच्छा के बरां में पुलिस से हुई मुठभेड़ के बाद फरार हुए एक आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। उसके पास एक तमंचा और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। पकड़ा गया बीस वर्षीय युवक उधमसिंह नगर जिले के गूलरभोज क्षेत्र के डलपुरा गांव का रहने वाला बताया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार सरकड़ा चौकी क्षेत्र में एसआई प्रताप सिंह नेगी व कांस्टेबल बलवंत सिंह व मनोज कुमार की टीम ने कल शाम लगभग 8 बजे नकटपुरा चौराहे पर पहुंच करबैरियर लगा कर आने जाने वालों की जांच पड़ताल करनी शुरू की थी। रात लगभग साढ़े आठ बजे टीम को एक व्यक्ति पैदल नकटपुरा गांव की ओर से आता दिखाई पड़ा। सामने पुलिस वालों को खड़ा देखकर वह उल्टे पांव भागने लगा। संदेह होने पर पुलिसकर्मियों ने भी उसका पीछा किया और लगभग 100 कदम दौड़कर उसे दबोच लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम देवेंद्र सिंह उर्फ गिन्दा बताया। 20 वर्षीय गिंदा ने बताया कि वह गूलरभोज क्षेत्र के डलपुरा गांव का रहने वाला है। जो कि गदरपुर थाना क्षेत्र में आता है।
तलाशी लेने पर उसकी कमर में दाहिनी ओर पेंट में घुसाया हुआ 315 बोर का एक तमंचा बरामद हुआ। जबकि पेंट की उसी साइड की जेब में दो जिंदा कारतूस भी बरामद हो गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार उसने बताया कि वह और उसके चार साथी बरा से नधेली रोड पर जा रहे थे तभी वहां पुलिस पहुंच गई। पुलिस को देखकर वे सभी साथी खेतों की तरफ भागे और उनमें से किसी ने पकड़े जाने के डर से पुलिस पर फायर झोंक दिया। इसके बाद वे डरकर भाग निकला। आगे उसने किसी वाहन से लिफ्ट मांगी और सिसईया पहुंच गया।
सिसईया में उसने पीलभीत जाने का रास्ता पूछा और किसी ग्रामीण ने उसे नकटपुरा होते हुए पीलीभीत जाने का रास्ता बताया। जहां पुलिस ने उसे रास्ते में दबोच लिया।
गौरतलब है कि हल्द्वानी के कुमाउं ज्वैलर्स के मालिक रामशरण वर्मा के बड़े बेटे राजीव वर्मा पर 2 नवंबर की रात बाइक सवार कुछ युवकों ने घर के बाहर ही फायरिंग की थी इसके बाद वे पुलिस को चकमा देकर भाग निकले थे। अगले दिन किच्छा के बरा में इन्हीं बदमाशों से पुलिस की मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ में पुलिस की गोली से घायल एक आरोपी पकड़ा गया था जबकि बांकि अंधेरा का लाभ उठाकर भागने में सफल हो गये थे।
अब तक पुलिस साफ नहीं कर पा रही थी कि राजीव पर गोलीबारी करने और मुठभेड़ में पुलिस पर फायर करने वाले कुल कितने लोग थे। लेकिन गिन्दा के पकड़े जाने पर पुलिस पूछताछ में इस गुत्थी को सुलझा सकेगी।