उत्तराखंड…शराब ठेकों को लाइसेंस देने से पहले यातायात पुलिस से एनओसी लेने का सुझाव
देहरादून। पुलिस ने जिला प्रशासन को शहर में मुख्य सड़क और चौराहों पर शराब ठेकों को लाइसेंस नहीं देने की पैरवी की है। ठेकों के बाहर वाहन खड़े होने से जाम की समस्या का हवाला देते हुए लाइसेंस नवीनीकरण में इस बात का ध्यान रखने का सुझाव दिया है। शहर में 11 शराब ठेके ट्रैफिक में बाधा बन रहे हैं।
एसपी ट्रैफिक अक्षय कोंडे ने पत्र के माध्यम से बताया कि शहर में व्यस्त सड़कों के किनारे शराब के ठेके खुले हुए हैं। कई जगह सड़कों की चौड़ाई कम है और वाहनों का दबाव रहता है। अक्सर दोपहर बाद बड़ी संख्या में ग्राहक शराब ठेकों में पहुंचते हैं। वाहन सड़क घेरकर यहां-वहां खड़े कर देते हैं। इससे अक्सर जाम लगता है। यातायात बाधित होने से आम जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जहां सड़कों की चौड़ाई कम है, वहां समस्या ज्यादा हो रही है।
एसपी ट्रैफिक ने बताया कि ऐसे 11 शराब के ठेकों को चिह्नित किए गए हैं, जहां बॉटलनेक की स्थिति बन रही है। पत्र में सुझाव दिया कि शराब के ठेकों को लाइसेंस देने से पहले यातायात पुलिस से भी एनओसी लेने का नियम लागू किया जाए, ताकि शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारू और बेहतर बनाया जा सके।
राजपुर रोड, घंटाघर के आसपास, जाखन, आराघर चौक, रायपुर रोड, रिंग रोड समेत 11 कई इलाकों में सड़क पर शराब के ठेकों के बाहर वाहन खड़े होने से जाम लग रहा है।