अल्मोड़ा—- समीक्षा बैठक में डीएम ने एसडीएम तहसीलदार और नायब तहसीलदार को दिए सख्त निर्देश क्या कहा डीएम ने पढ़ें पूरी खबर
अल्मोड़ा- जिलाधिकारी वन्दना ने जनपद के सभी उपजिलाधिकारियों, तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों के साथ राजस्व विभाग के विभिन्न प्रकरणों पर समीक्षा बैठक कर अवश्यक दिशा-निर्देश दिये। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों व तहसीलदारों को निर्देश दिये कि समय-समय पर विभिन्न विभागों व बैंको द्वारा जो आरसी काटी जाती है उसकी समय-समय पर समीक्षा की जाय साथ ही वसूली का लक्ष्य निर्धारित कर उन्हें ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज किया जाय। डीएम ने कहा कि जिन अमीनों द्वारा वसूली में लापरवाही बरती जा रही है उनके खिलाफ कार्यवाही अमल में लायी जाय। जिलाधिकारी ने वाहन दुर्घटनाओं की मजिस्ट्रीयल जॉच को समय से करने के निर्देश सभी उपजिलाधिकारियों को दिये। उन्होंने लंबित राजस्व वादों के निस्तारण में तेजी लाने के निर्देश सभी अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि 06 माह से ज्यादा राजस्व वादों को लंबित न रखा जाय।
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जनपद में जहां पर भी भूमि क्रय-विक्रय की जा रही है, वहां धोखाधड़ी की शिकायतों को गम्भीरतापूर्वक लेकर सभी तहसीलदार व राजस्व उपनिरीक्षक नियमानुसार जांच करना सुनिश्चित करे। उन्होंने बैठक में सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि घनी आबादी व नगरीय क्षेत्र में जहां भी जेसीबी मशीन चलाने की अनुमति मांगी जा रही है उस स्थान का भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण, निकलने वाले मलबे का निस्तारण एवं जेसीबी जाने हेतु मार्ग इन सब बिन्दुओं को अवश्य रूप से देखा जाय। उन्होंने निर्देश दिये कि निजी व सरकारी एजेन्सी द्वारा मलबा डम्पिंग जोन में नहीं फैका जा रहा है तो सम्बन्धित के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाय।
जिलाधिकारी निर्देश दिये कि नगरीय क्षेत्र के अन्तर्गत लोगों द्वारा भवन सामग्री सड़क मार्ग में रखी जा रही है तो ऐसे लोगों को चिन्हित करते हुये चालान की कार्यवाही की जाय।बैठक में जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन के अन्तर्गत जनपद में किये गये कार्याें हेतु नामित अधिकारियों द्वारा किये गये कार्याें की सत्यापन रिर्पोट की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इस कार्य हेतु जो पाइप प्रयोग में लाये गये है वे पाइप नामित लैब से पास हुये है या नही की जॉच की जाय। जिलाधिकारी ने पीएमजीएसवाई द्वारा जनपद में किये गये सड़क मार्गों में डामरीकरण व उनकी गुणवत्ता के सम्बन्ध में सभी उपजिलाधिकारियों से सत्यापन रिर्पोट की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि यदि गुणवत्ता में किसी प्रकार की लापरवाही बरती गयी है तो सम्बन्धित के खिलाफ कार्यवाही अमल में लायी जाय।
बैठक में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री घोषणाओं के अन्तर्गत किये जा रहे कार्याें की भी समीक्षा की और सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो भी कार्य किये जा रहे है उनमें गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाय साथ ही समयबद्वता का विशेष ध्यान रखा जाय। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून अवधि से पूर्व 01 जून से सभी तहसीलों में आपदा कन्ट्रोल रूम स्थापित कर दिये जाय। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान सभी अधिकारी व कर्मचारी राहत व बचाव कार्य को त्वरित गति से करना सुनिश्चित करें।
बैठक में संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत जय किशन, अपर जिलाधिकारी चन्द्र सिंह मर्तोलिया, एडीएम सदर गोपाल सिंह चौहान, द्वाराहाट जयवर्धन शर्मा, भिकियासैण गौरव पाण्डे सहित सभी तहसीलदार व नायब तहसीलदार उपस्थित रहे।