अल्मोडा— जल जीवन मिशन के कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाय, डीएम तोमर
अल्मोड़ा – जिलाधिकारी विनय तोमर ने जल जीवन मिशन योजना के अन्तर्गत निर्मित/निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं की भौतिक/वित्तीय प्रगति के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान जिलाधिकारी ने जनपद के सभी कार्यदायी सस्थाओं द्वारा किये कार्यों की भौतिक प्रगति तथा कार्यों में आ रही बाधाओं को दूर करते हुये उनके निस्तारण करने के निर्देश दिए।
इस दौरान जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन के कार्यों को तेज गति से करते हुये 31 दिसम्बर, 2023 तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाय। उन्होंने कहा कि यह योजना भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है जिसे मार्च 2024 तक पूर्ण किया जाना है।
उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन स्थानों पर पेयजल कनैक्शन को लेकर आपसी विवाद उत्पन्न हो उन स्थानों की समस्याओं का निस्तारण तत्काल करते हुये कार्य शुरू किया जाय साथ ही इस निस्तारण कार्य में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अवश्य रूप से सम्मिलित किया जाय। जिलाधिकारी ने अब तक जनपद में पूर्ण हो चुकी योजनाओं व अपूर्ण चल रही योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि पूर्ण व अवशेष चल रही योजनाओं का एक तुलनात्मक चार्ट तैयार किया जाय ताकि समय-समय पर कार्याें की प्रगति की समीक्षा की जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिन स्थानों में वन भूमि से सम्बन्धित जो मामले आ रहे है उन मामलों को तत्काल प्रस्तुत किया जाय ताकि इस योजना के कार्य पूर्ण किये जा सके। उन्होंने कहा कि जहां पर निविदा प्रक्रिया अभी तक पूर्ण नहीं हो पायी है वहां निविदा प्रक्रिया का पूर्ण करते हुये कार्य प्रारम्भ किया जाय। उन्होंने कहा कि कार्यों के संचालन हेतु ठेकेदारों से भी समय समय पर वार्ता की जाए तथा ठेकेदार को कार्य को तेजी से करने हेतु निर्देशित किया जाय। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि इस कार्य में मैनपावर को बढ़ाया जाय ताकि योजना अपने समय से पूर्व पूर्ण हो सके।
इस दौरान जिलाधिकारी ने इस योजना के अन्तर्गत स्वीकृत की जाने वाली फेस प्रथम तथा फेस द्वितीय के कार्यों की अवशेष डीपीआर को समय से पूर्ण करते हुए निविदा प्रक्रिया पूर्ण करने तथा अग्रिम कार्यों को चालू करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने थर्ड पार्टी द्वारा पेयजल योजनाओं की सत्यापन किये जा रहे कार्याें की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि किए जाने वाले परीक्षणों के लिए रोस्टर के अनुसार अधिकारी कार्यस्थल पर उपस्थित होना सुनिश्चित करें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह सहित सभी कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित रहे।