हल्द्वानी : विजयदशमी पर कांग्रेस ने फूंका रावण रूपी भाजपा राज का पुतला
हल्द्वानी
विजयदशमी के अवसर पर जय सियाराम के उदघोष के साथ हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदयेश के नेतृत्व में नैनीताल जिला और हल्द्वानी महानगर कांग्रेस परिवार के सैकड़ों सदस्यों ने बुद्ध पार्क हल्द्वानी में रावण रूपी भाजपा का पुतला दहन कर प्रदेश में व्याप्त रावण राज के अंत संग राम राज के स्थापना का दृढ़ संकल्प लिया।
सुमित हृदयेश ने कहा कि प्रभु राम के नाम का सहारा लेकर राजनीति करने वाली भाजपा का असली चेहरा अब जनता के बीच आ चुका है। जनता जान चुकी है कि भाजपा ही कलयुग की असली रावण है। जिस प्रकार रावण और उसके 10 सिर बुराई के प्रतीक थे उसी तरह प्रदेश की भाजपा सरकार भी कई प्रकार से देवभूमि को शर्मसार और देवभूमि वासियों पर अत्याचार करने पर उतारू है। यूकेएसएससी भर्ती घोटाले के माध्यम से उत्तराखंड के शिक्षित युवाओं के रोजगार को छीनने का कार्य, अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में भाजपा नेताओं को बचाने का कार्य, बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं की बात हो चाहे खस्ताहाल सड़कों और लचर कानून- शिक्षा व्यवस्था की बात हो, भाजपा द्वारा हर प्रकार से उत्तराखंड वासियों का मानसिक और आर्थिक शोषण किया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त कैसिनो कल्चर को बढ़ावा देकर देवभूमि को कलंकित करने का जो कार्य भाजपा द्वारा किया गया वो निहायत ही शर्मनाक कृत्य है। जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल ने कहा कि आज बुराई पर अच्छाई के प्रतीक विजयदशमी पर्व पर रावण रूपी भाजपा का पुतला दहन कर कांग्रेस ने प्रदेश की जनता को रावण राज से मुक्ति दिलाने का संकल्प ले लिया है। जसपुर विधायक आदेश चौहान ने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में कोई मेल नहीं, भाजपा सत्ता में बने रहने के लिए कुछ भी कर सकती है चाहे देश में अराजकता और अशांति का वातावरण ही क्यों ना पैदा करना पड़ जाये।
पुतला दहन कार्यक्रम में जिला महांमत्री मलय बिष्ट, महेश शर्मा, सुहैल सिद्दीकी, हेमन्त साहू, हेमन्त बगडवाल, ललित जोशी, संजू पाना, रमेश कुमार, इंदरलाल आर्य, लाल सिंह पवार, संजय जोशी, सुदर्शन परमार, जया कर्नाटक, मोनिका सती, मीमांशा आर्य, पुष्पा सम्मल, शाइमा सिद्दीकी, कमला तिवारी, विमला सांगुड़ी, सतनाम सिंह, गुरप्रीत सिंह, हर्षित भट्ट, मोकिन सैफी, नरेश अग्रवाल, सुशील डुंगरकोटी, जगमोहन चिलवाल, हेम पांडे, मोहन बिष्ट, कुंदन नेगी, जाकिर हुसैन, रवि जोशी, राजेन्द्र जीना, शकील सलमानी, हेमन्त शर्मा, रोहित कुमार, बहादुर बिष्ट, जगमोहन बगडवाल, खीम सिंह चौहान, गोविंद बगडवाल, महेंद्र कुमार, दीप पाठक, प्रदीप नेगी, राजू रावत,बालम बिष्ट, विजय बिष्ट, हरेंद्र क्विरा , हसनैन खतिबि, तस्कीन अहमद, हरीश लाल वैध, गजेंद्र गोनिया, सूरज बिष्ट, त्रिलोक कठायत, संदीप सहगल, सरताज अहमद, हरपाल सिंह, संदीप भैसोड़ा, मनोज श्रीवास्तव, अशोक जोशी, हाजी इस्लामुद्दीन, अबरार सिद्दीकी, एडवोकेट अनिल कन्नौजिया, एडवोकेट धर्मवीर, प्रदीप बिष्ट, संजय उप्रेती आदि ने रावण राज के अंत और राम राज की स्थापना का संकल्प लिया।