हिमाचल: ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी, चार एनएच, 228 सड़कें और 1800 बिजली ट्रांसफार्मर ठप
शिमला । हिमाचल प्रदेश के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में लगतार तीन दिनों से बर्फबारी का दौर जारी है। इससे ऊंचाई वाले इलाकों में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। मंगलवार सुबह 10 बजे तक राज्य में भारी बर्फबारी से चार नेशनल हाईवे और 228 सड़कें यातायात के लिए बंद थीं।
लाहौल-स्पीति जिले में 165 सड़कें ठप पड़ी हैं। चंबा में 52 सड़कों पर आवाजाही प्रभावित है। इसी तरह राज्य में 1800 बिजली ट्रांसफार्मर ठप पड़ने से कई इलाकों में अंधेरा पसरा है। जिला कुल्लू और जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति में तीन दिनों से बर्फबारी का दौर जारी है। भारी बर्फबारी से लाहौल घाटी देश-दुनिया से कट गई है।
चम्बा के ऊपरी क्षेत्र सलूणी डियूर शेणी किहार और भड़ेला मे गरज के साथ भारी बारिश हो रही है। शलेई के पास मलबा गिरने से गाड़ियों का आना-जाना बंद हो चुका है। कम ऊंचाई वाले इलाकों में बूंदाबांदी के कारण शीतलहर चल रही है। कुल मिलाकर पूरे राज्य में वंसत पंचमी के बाद बिगड़े मौसम ने लोगों के लिए परेशानियां खड़ी करनी शुरू कर दी हैं। लाहौल-स्पीति जिला प्रशासन ने हिमखंड गिरने की आशंका जताई रही है।
रोहतांग दर्रे पर पांच फुट हिमपात होने का अनुमान है। जबकि कोकसर में 70, अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल पर 60, सिस्सू 60, गोंधला व तांदी 60, दारचा 45, टनल के साउथ पोर्टल में 100, सोलंनगाला 40 और जलोड़ी दर्रा में 20 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है। वहीं, जिला कुल्लू व लाहौल की चंद्राघाटी में रविवार रात से बिजली नहीं है। यहां भारी बर्फबारी से दोनों जिले में तीन हाईवे के साथ 150 से अधिक सड़कों पर यातायात ठप हो गया है।