सोलन न्यूज: जिला चिकित्सालय की क्रिसना लैब की टेस्ट मशीन एक सप्ताह से खराब, भाजपा प्रवक्ता ने घेरा स्वास्थ्य मंत्री को
सोलन। हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल के गृह क्षेत्र के सबसे बड़े चिकित्सालय में पिछले एक सप्ताह से सरकार के अनुबंध पर चल रही क्रिसना लैब बंद पड़ी है। बताया गया है कि एक सप्ताह पहले लैब की मशीन खराब हुई थी। इससे यहां आने वाले हर रोज सैकड़ों मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
भाजपा के जिला प्रवक्ता और नगर निगम सोलन के पार्षद शैलेंद्र गुप्ता ने इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री और प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि जब प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के गृह क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं के ऐसे हाल हैं तो कल्पना करना कठिन नहीं है कि वहां स्वास्थ्य सेवाओं की हालत कैसी होगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में चंबाघाट में जिला अस्पताल का नया भवन बनाने के लिए बजट दिया गया था लेकिन पिछले कई महीनों से वहां काम रुका हुआ है। इस भवन का निर्माण शुरू होने के डेढ साल के भीतर अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा होना चाहिए था लेकिन अभी तक भवन का आधा निर्माण भी पूरा नहीं हो सक है।
उन्होंने कहा कि उन्हें पता चला है कि स्वास्थ्य मंत्री इस भवन के लिए पैसा देने का दावा तो कर रहे हैं लेकिन लोनिवि विभाग के अधिकारियों का दावा है कि यह पैसा अस्पताल के भवन निर्माण मद में जारी ही नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि सरकार के साथ अनुबंध के आधार पर टेस्ट करने वाली क्रिसना कंपनी के लैब की एक मशीन के खराब होने के कारण पिछले एक सप्ताह से चिकित्सालय की इस लैब में कोई टेस्ट नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा है कि हर रोज यहां डेढ से दे सौ लोगों के टेस्ट किए जाते थे। उन्होंने बताया कि दो साल पहले आखों के आपरेशन के लिए एक मशीन यहां लगाने की योजना बनी थी।
मशीन भी आई लेकिन उस मशीन का उपयोग नहीं किया जा रहा है मजबूरन बुजुर्गों को निजी चिकित्सालयों में अपनी आखों के आपरेशन कराने पड़ रहे हैं।