बिलासपुर न्यूज : कर्मचारियों व पेंशनरों के देय आर्थिक लाभ क्यों नहीं दिए जा रहे : गोपाल दास वर्मा
सुमन डोगरा, बिलासपुर। सर्वकर्मचारी , पेंशनर्ज , श्रमिक , युवा बेरोजगार संयुक्त संघर्ष समिति के राज्य अध्यक्ष गोपाल दास वर्मा ने कहा है कि पिछले 15 महीनों में सरकार ने कर्मचारियों, पेंशनरों, श्रमिकों व बेरोजगारों को केवल झांसों के झूले पर झुलाने का ही काम किया है।
वह बिलासपुर में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस बात का जवाब दें कि उपरोक्त वर्ग को घोषित किए गए लाभ क्यों नहीं दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले विधान सभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस के बड़े- बड़े नेताओं ने इन वर्गों को बड़े – बड़े सब्जबाग दिखाए और उनके वोट लेकर सत्ता पाई ।
किन्तु सत्ता पाने के बाद पिछले डेढ़ वर्ष से उनके सभी आर्थिक लाभों को रोकने , 12 प्रतिशत मंहगाई भत्ता , आवास भत्ता , दुर्गम क्षेत्र भत्ता , लंबित चिकित्सा बिलों का भुगतान , शीतकालीन भत्ता और पंजाब स्केल का एरियर न देकर उन्हें मंहगाई की चक्की में पीसने का काम किया है।
गोपाल दास वर्मा ने कहा कि सरकार और मुख्यमंत्री व्यवस्था परिवर्तन की बातें करके लोगों को गुमराह कर रहे हैं। वास्तव में सरकार लोगों को परेशान करने की नीति अपना रही है और करोड़ों रुपयों का कर्ज लेकर मौज-मस्ती पर लुटाने की नीति अपनाई जा रही है, जिसे किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जा सकता।
गोपाल दास वर्मा ने कहा कि पुरानी पेंशन की बहाली की बात सरकार कर रही है लेकिन कर्मचारियों को कम्यूटेशन , लीव इन कैशमेंट , ग्रेजुयटी और मेडिकल के बिलों का भुगतान नहीं किया जा रहा है जिस कारण ओपीएस के सभी लाभ नहीं मिल रहे हैं ।
वर्मा ने कांग्रेस पार्टी के नेता विक्रमादित्य सिंह पर भी टिप्पणी की और कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को अस्थिर करने के लिए उनका और उनकी माता प्रतिभा सिंह का बहुत बड़ा हाथ है उन्होंने कहा कि इस बार किसी भी प्रकार का समर्थन उन्हें मिलने वाला नहीं है।
उन्होंने सरकार की आबकारी नीति पर भी प्रश्न उठाया और कहा कि आबकारी नीति इतनी महंगी कर दी गई है आबकारी नीति में इतनी बढ़ोतरी कर दी गई है कि शराब बहुत महंगी मिल रही है उन्होंने इस पर चुटकी लेते हुए कहा कि इससे तस्करी को बढ़ावा मिलेगा क्योंकि पड़ोस के राज्य पंजाब में और हिमाचल में शराब के दामों में 200 से 300 रुपए का अंतर है।