समर फेस्टिवल: शिमला में ग्रीष्मोत्सव का शानदार आगाज, कुलदीप शर्मा की नाटियों पर झूमे दर्शक
शिमला। राजधानी शिमला में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय शिमला ग्रीष्मोत्सव 2024 का आगाज हो गया। उत्सव 18 जून तक चलेगा। कार्यक्रम के पहले दिन राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस दौरान लेडी गवर्नर जानकी शुक्ला, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, विधायक हरीश जनारथा, महापौर सुरेंद्र चौहान और उपमहापौर उमा कौशल भी उपस्थित रहीं।
हिमाचल के प्रसिद्ध लोक गायक कुलदीप शर्मा ने नाटियों से समा बांधा। उन्होंने..लागा ढोलो रा ढमाका मेरा हिमाचल बड़ा बांका….कुल्लू मनाली लागा मेला… …शिल्पा शिमले वालिये, पहाड़ी बंदे…गानों से लोगों का मनोरंजन किया। पहले दिन गौरव पठानिया, मनसा पंडित, ओम प्रकाश गर्ग, शांति हेटा, एनजेडसीसी पटियाला के कलाकारों, कुलदीप धीमान तथा कलाकार रमेश कटोच ने प्रस्तुतियां दीं। पहाड़ी और फिल्मी गानों पर लोगों ने जमकर डांस किया।
अरुण जस्टा की प्रस्तुति
लोक गायक अरुण जस्टा ने..मैले री मौलाई, केरी मौलाइ..पारी बोलो ढांको….ओ रंग रूप तेरा बढ़ा प्यारा गाने गाए। इसके साथ कविता और रामेश्वर शर्मा… गांव री गोरिए आया, पावना..बायगोड तू लागदी पूनम ढिल्लो गाने गाए। पंडाल में एंट्री गेट पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। समर फेस्टिवल में बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे थे। समर फेस्टिवल में हिमाचली व्यंजनों के लगाए स्टॉल सैलानियों को आकर्षित कर रहे हैं।
ग्रीष्मोत्सव में शनिवार को सेजेज संस्था ने मॉलरोड पर टाउन हॉल के पास पुष्प प्रदर्शनी और पुष्प प्रतियोगिता का आयोजन किया। शाम 4 बजे प्रदर्शनी का शुभारंभ किया गया। विधायक शहरी हरीश जनारथा और मेयर सुरेंदर चौहान ने इसका शुभारंभ किया। कृषि विभाग की ओर से लोकल उत्पाद की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस मौके पर डॉ. एसपी भारद्वाज, डॉ. रंजन और डॉ. रेशमा बतौर जज मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शनिवार को रिज मैदान के पदमदेव कांप्लेक्स में ‘इंदिराज हिमाचल-टूवर्र्ज न्यू फ्रंटियर्ज’ चित्र आधारित प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। प्रदर्शनी के माध्यम से भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के योगदान को प्रदर्शित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का राष्ट्र निर्माण में असाधारण योगदान रहा है। कहा कि इंदिरा गांधी भारत की पहली प्रधानमंत्री थीं जिन्होंने देश की सेवा करते हुए अपना जीवन बलिदान किया। यह प्रदर्शनी छायाचित्र के माध्यम से उनकी सामाजिक और राजनीतिक जीवन यात्रा को दर्शाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदिरा गांधी का हिमाचल प्रदेश के प्रति गहरा लगाव था और यहां के विकास लिए उनके दूरदर्शी प्रयासों को हिमाचलवासी सदा याद रखेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, राज्य वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, विधायक हरीश जनारथा, महापौर सुरेंद्र चौहान, उप-महापौर उमा कौशल, मुख्यमंत्री के ओएसडी रितेश कपरेट, उपायुक्त अनुपम कश्यप सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।