उत्तराखंड विस उपचुनाव: बदरीनाथ सीट पर उप चुनाव में 52.43 प्रतिशत लोगों ने किया मतदान, शांतिपूर्ण निपटी प्रक्रिया
चमोली। बद्रीनाथ सीट पर चारों उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया है। इस सीट पर उप चुनाव में 52.43 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया। नए मतदाताओं ने भी पहली बार मताधिकार का प्रयोग करने में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। वहीं महिलाओं की सक्रिय सहभागिता रही। वरिष्ठ नागरिकों एवं दिव्यांगजनों ने भी उत्साह से मतदान किया। बद्रीनाथ विधानसभा के सभी मतदेय स्थलों पर उप चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। उप चुनाव के बाद अब 13 जुलाई को मतगणना होगी।
मतदान के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी हिमांशु खुराना कंट्रोल रूम से मतदेय स्थलों पर मतदान प्रक्रिया की पल पल मॉनिटरिंग करते रहे। उन्होंने आदर्श दिव्यांग मतदेय स्थल कुंड में अपना मतदान किया। इस दौरान उन्होंने बूथ पर मतदान व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदान प्रक्रिया पूर्व निर्धारित समय से शुरू हुई। सभी बूथों पर मतदान शांतिपूर्ण रहा। मतदान को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए उन्होंने सभी को बधाई भी दी।
बद्रीनाथ सीट पर उप चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र सिंह भंडारी, कांग्रेस के लखपत सिंह बुटोला, सैनिक समाज पार्टी के हिम्मत सिंह नेगी और निर्दलीय प्रत्याशी नवल किशोर खाली चुनाव मैदान में है। चारों उम्मीदवारों का भाग्य अब ईवीएम में कैद हो गया है। बद्रीनाथ विधानसभा में 102145 मतदाता पंजीकृत है। इसमें पुरुष 52485, महिला 49658 तथा 02 थर्ड जेंडर है। उप चुनाव में 52.43 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके अतिरिक्त 2566 सर्विस मतदाता है।
बद्रीनाथ विधानसभा के पिछले चुनावों में मतदान प्रतिशत पर नजर डाले तो वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में 59.66 प्रतिशत मतदान हुआ। वही वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 64.15 रहा। अभी हाल ही में वर्ष 2024 में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में बद्रीनाथ विधानसभा में 57.62 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया। इस बार उप चुनाव में 52.43 प्रतिशत मतदान हुआ।
बद्रीनाथ सीट पर उप चुनाव के लिए 210 पोलिंग बूथ थे। जिला प्रशासन ने उप चुनाव के लिए 07 पोलिंग बूथों को मॉडल बूथ बनाया था। मॉडल बूथों पर फर्नीचर, टेबल क्लॉथ, पेयजल की व्यवस्था, स्वच्छता के लिए परिसर में डस्टबिन, रैम्प, रेलिंग की सुविधा, मतदान केन्द्र में शामियाना एवं गुब्बारे, माला, पतंग आदि से सजावट के साथ ही मतदाताओं के छोटे बच्चों को खेलने की सुविधा के इंतेजाम किए गए थे। मतदान के दौरान मॉडल बूथ खास आकर्षण का केंद्र बने रहे।