बड़ी खबर: उत्तराखंड में भारी आक्रोश, अब दिल्ली वाले केदारनाथ धाम के ट्रस्टी सामने आए

दो साल से बना हुआ है केदारनाथ धाम नाम का ट्रस्ट,अभी दिल्ली में कोई भी शिला नहीं

देहरादून। दिल्ली में केदारनाथ धाम बनाए जाने को लेकर उत्तराखंड में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। इसी बीच अब दिल्ली वाले केदारनाथ धाम के ट्रस्टी सामने आए हैं। उन्होंने दिल्ली में केदारनाथ धाम बनाए जाने को लेकर सफाई पेश की है। उन्होंने कहा है कि वो दिल्ली में केदारनाथ मंदिर जरूर बनाएंगे। दिल्ली वाले केदारनाथ धाम के ट्रस्टी सामने आए हैं और अपनी सफाई में उन्होंने कहा कि दिल्ली में केदारनाथ धाम नहीं सिर्फ मंदिर बन रहा है। देश में कई ऐसे मंदिर हैं जो अपने मूल स्थान के अलावा भी अलग-अलग शहरों में हैं।

ट्रस्ट ने इसके उद्हारण भी दिए हैं। ट्रस्ट का कहना है कि शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का सम्मान करते हैं। ट्रस्ट ने कहा है कि हम दिल्ली में सिर्फ मंदिर बना रहे हैं और जो इस मंदिर का विरोध कर रहे हैं उनको महादेव सद्बुद्धि दे। ट्रस्ट ने देहरादून आकर केदारनाथ मंदिर दिल्ली में बनाए जाने की बात की है। ट्रस्ट का कहना है कि अब हम केदारनाथ धाम नाम को बदलकर केवल केदारनाथ मंदिर कर रहे हैं।

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लेकिन नाम बदलकर मंदिर का निर्माण जरूर करेंगे। दिल्ली केदारनाथ धाम ट्रस्ट के ट्रस्टी सुरेंद्र रौतेला ने कहा है कि केदारनाथ धाम ट्रस्ट का निर्माण मैंने किया है। इस ट्रस्ट में कई लोग जुड़े हुए हैं और मैंने खुद अपनी जमीन बेचकर ट्रस्ट में पैसा जमा किया है। दिल्ली केदारनाथ धाम ट्रस्ट के ट्रस्टी सुरेंद्र रौतेला का कहना है कि केदारनाथ धाम नाम का ट्रस्ट दो सालों से बना है। इससे पहले ट्रस्ट के नाम को लेकर कोई भी विरोध नहीं हुआ है।

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अभी दिल्ली में कोई भी शिला नहीं है अभी केवल भूमि पूजन हुआ है। हम किसी को घर से मंदिर में बुलाने नहीं जाते और मंदिर में कोई भी दान दे सकता है। दिल्ली में बनने वाला केदारनाथ मंदिर एक मंदिर है, कोई धाम नहीं और उत्तराखंड सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है।केदारनाथ धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेन्द्र रौतेला ने रविवार को यह जानकारी दी।

दिल्ली में बनने वाले केदारनाथ मंदिर के बारे में एएनआई से खास बातचीत करते हुए रौतेला ने कहा, “दिल्ली में बनने वाले मंदिर का निर्माण ट्रस्ट (श्री केदारनाथ धाम ट्रस्ट, दिल्ली) द्वारा किया जा रहा है और इसका उत्तराखंड सरकार से कोई लेना-देना नहीं है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हमारे अनुरोध पर मंदिर के भूमि पूजन के लिए आए थे और सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है। मंदिर ट्रस्टियों के सहयोग से बनाया गया है और उनमें से कई उत्तराखंड के हैं।”

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उन्होंने कहा, “देश के अलग-अलग शहरों में प्रसिद्ध धामों के नाम पर पहले से ही कई मंदिर बने हुए हैं, चाहे वह इंदौर का केदारनाथ मंदिर हो या मुंबई का बद्रीनाथ मंदिर। इन मंदिरों का उद्घाटन भी उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने किया था।” सुरिंदर रौतेला ने कहा, “दिल्ली में बन रहे मंदिर का नाम श्री केदारनाथ धाम रखने पर विवाद सिर्फ़ एक राजनीतिक स्टंट है, जिससे बचना चाहिए। कुछ नेता सिर्फ़ अपनी राजनीतिक ज़रूरतों को पूरा करने के लिए विवाद पैदा कर रहे हैं। उत्तराखंड का केदारनाथ धाम 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। हम सिर्फ़ दिल्ली में एक मंदिर बना रहे हैं और भारत के अलग-अलग शहरों में ऐसे कई मंदिर हैं।

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