सोलन न्यूज : निर्माणाधीन मकान की छत से गिरे मजदूर की दो महीने 16 दिन बाद मौत
सोलन । देहूघाट इलाके में निर्माणाधीन मकान की छत से गिरे एक श्रमिक की चिकित्सालय में पूरे दो महीने 16 दिन जिंदगी और मौत के बीच झूलने के बाद अंतत: मौत हो गई। पुलिस ने उसका शव पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
सोलन के एसपी गौरव सिंह के अनुसार इसी वर्ष सात जून को पुलिस चौकी सपरून में क्षेत्रीय अस्पताल सोलन से सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति को देहूघाट में मकान की छत से गिरने के कारण घायल अवस्था में अस्पताल में उपचार हेतू लाया गया है। जिस सूचना पर पुलिस चौकी सपरून से पुलिस की टीम तुरन्त क्षेत्रीय अस्पताल पहुंची।
यहां पुलिस को यूपी के गोरखपुर निवासी 55 वर्षीय जगमीत सिंह गंभीर रूप से घायल अवस्था में उपचाराधीन मिला। उसकी चोटों को गंभीर बताते हुए चिकित्सकों ने उसे आईजीएमसी शिमला के लिए रेफर कर दिया था। चिकित्सकों के अनुसार जगमीत सिंह की पीठ में गहरी चोट लगी थी।
आईजएमसी में 8 जून से उसका उपचार चल रहा थ। एसपी के अनुसार 23 अगस्त को जगमीत के आईजीएमसी शिमला में उपचार के दौरान मृत्यु होने की सूचना पुलिस थाना सदर सोलन में प्राप्त हुई। जिस पर थाना सदर सोलन की पुलिस टीम आईजीएमसी पहुंची तथा मृतक के शव को अपने कब्जे में लिया।
उनके अनुसार समस्त औपचारिकताये पूर्ण करने के पश्चात मृतक जगमीत सिह का आईजीएमसी शिमला में पोस्टमार्टम करवाया गया तथा मृतक के विसरा व अन्य साक्ष्यों को प्रीजर्व करवाकर कब्जा पुलिस में लिया गया । अस्पताल में मौजूद मृतक के परिजनों ने जगमीत सिंह के छत से गिरने और इस हाल में होने पर किसी के प्रति कोई संदेह व्यक्त नहीं किया गया।
पोस्टमार्टम करवाने के उपरान्त मृतक के शव का अन्तिम दाह संस्कार हेतू उसके परिजनों को सौपा गया । परिजनों से प्रापत जानकारी के अनुसार जगमीत सिंह देहूंघाट में ही कमरा किराये पर लेकर रहता था। उसके कमरे के पास ही एक मकान का निर्माण हो रहा था। जहां वह काम करता था। सात जून की शाम के समय काम समाप्त होने के बाद उसने भवन के लेंटर पर बैठ कर बहुत अधिक शराब पी ली थी।
जब वह अपने कमरे के लिए चलने लगा तो वह अचानक लेंटर से गिर गया, जिस पर उसकी पीठ में अंदरूनी गहरी चोट लगी थी। आईजीएमसी शिमला के डॉक्टरों ने जाहिर किया है कि मृतक जगमीत सिंह की मौत अचानक हृदय गति रुकने के कारण हुई है ।
फिर भी मामले की जाँच प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है । प्रीजर्व करवाये गये मृतक के विसरा व अन्य साक्ष्यों को रासायनिक परीक्षण हेतू राज्य न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला जुन्गा भेजा गया है।