“मेरे पास भी ऑफर था, लेकिन हमें त्याग करना चाहिए”, क्या विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया से नाराज़ हैं साक्षी मलिक ?
नई दिल्ली। रेसलर विनेश फोगाट और साक्षी मलिक आज नई दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय जाकर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। उनके इस कदम के बारे में जब साक्षी मलिक से सवाल पूछा गया तो उनके बयान में नाराज़गी की झलक नज़र आई। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कदम से साक्षी मलिक नाराज़ हैं।
रेसलर साक्षी मलिक ने मीडिया के सवालों पर बोलते हुए कहा कि ये उनका व्यक्तिगत फैसला है। पर्सनल चॉइस है उनकी कि वे पार्टी में जाना चाहते हैं लेकिन मेरा मानना है कि कहीं ना कहीं हमें त्याग कर देना चाहिए। बाकी जो आंदोलन था, बहन-बेटियों की लड़ाई थी, उसको गलत रूप ना दिया जाए। अभी भी मैं उस पर डटकर खड़ी हूं। रेसलिंग में महिलाओं का शोषण होता था। मेरी तरफ से आंदोलन अभी जारी है। मैं हमेशा रेसलिंग के लिए सोचती आई हूं, रेसलिंग के हित में काम करती आई हूं, आगे भी हमेशा करती रहूंगी।
आगे उन्होंने बोलते हुए कहा कि मेरे पास भी ऑफर आए पड़े थे, लेकिन मेरा यूं था कि मैं जिस चीज़ से जुड़ी हूं, जिस चीज़ की शुरुआत की है, उसे मैं अंत तक लेकर जाऊं। जब तक फेडरेशन क्लीन नहीं हो जाती, बहन-बेटियों का शोषण बंद नहीं हो जाता, तब तक मेरी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने पार्टी जॉइन करने का फैसला लिया है, ये उनकी चॉइस है उन्हें वहां बेहतर दिखाई दे रहा है। भले ही उन्होंने पार्टी जॉइन कर ली हो, लेकिन आंदोलन को गलत रूप नहीं ।देना चाहिए।
जब उनसे पूछा गया कि उन्हें किस-किस पार्टी से ऑफर है तो उन्होंने कहा कि जब उन्हें वहां जाना ही नहीं है, तो वे इस पर क्या बात करें। हमारी लड़ाई पर आरोप लगते रहे कि किसी पॉलिटिकल पार्टी के कहने पर ऐसा कर रहे हो, लेकिन हमारी लड़ाई असली है, हम उसे आगे भी जारी रखेंगे। जब दोनों के लिए प्रचार का सवाल उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे रेलवे में जॉब करती हैं, वे किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़ी हैं। मेरी लड़ाई बस बृजभूषण शरण सिंह से है। किसी पार्टी से ना मेरा जुड़ाव है और ना कोई द्वेष है।