सोलन के गंजबाजार में रामलीला का श्रीगणेश, मेयर— डिप्टी मेयर व पूर्व मेयर ने किया शुभारंभ
सोलन। यहां के जगदंबा रामलीला मंडल द्वारा हर वर्ष होने वाली रामलीला का बीतीरात शुभारंभ हो गया। नगर निगम सोलन की मेयर, डिप्टी मेयर और पूर्व मेयर ने पहले दिन की रामलीला का शुभारंभ किया।
प्रथम दिन की रामलीला में मनु व देवी सतरूपा का भगवान विष्णु से वरदान मांगना और प्रसन्न होकर विष्णु द्वारा त्रेता युग में उनके ही घर पर अवतरित होने का आशीर्वाद देने की लीला का मंचन किया गया। बाद में अंधे माता पिता के लिए पानी लेने गए श्रवण कुमार पर राजा दशरथ के शब्दभेदी वाण से हमला करना और श्रवण कुमार की मृत्यु के बाद उनके माता पिता द्वारा दशरथ को श्राप देने तक की लीला का मंचन किया गया।
रामलीला के निर्देशक हरीश मरवाह ने बताया कि प्रथम दिन की रामलीला में नगर निगम की मेयर ऊषा शर्मा, डिप्टी मेयर मीरा आनंद, और पूर्व मेयर पूनम ग्रोवर बतौर मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि उपस्थित हुई। रामलीला मंडल के सदस्यों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद आरती के साथ प्रथम दिन की रामलीला का मंचन शुरू किया गया।
रामलीला मंचन के दौरान पृथ्वी लोक के पहले पुरुष व स्त्री के रूप में पहचाने जाने वाले मनु व देवी सतरूपा ने भगवान विष्णु की आराधना करके उन्हें प्रसन्न किया और फिर उन्हें अपने पुत्र के रूप में जन्म लेने के लिए आशीर्वाद देने के लिए आग्रह किया। तब भगवान विष्णु ने उन्हें आशीर्वाद दिया कि त्रेत्रा युग में वे उन्हीं की पत्नी देवी सतरूपा के गर्भ से जन्म लेकर पृथ्वी लोक से पाप का विनाश करेंगे।
यहीं मनु और सतरूपा बाद में दशरथ और देवी कौशल्या के रूप में जन्मे और भगवान विष्णु ने राम के रूप में कौशल्या माता के पेट से जन्म लिया। रात की रामलीला में मनु और सतरूपा की तपस्या और भगवान विष्णु द्वारा उन्हें दिया गया आशीर्वाद और उसके बाद दशरथ के हाथों अन्जाने में श्रवण कुमार की हत्या तक की लीला का मंचन किया गया।
देर रात तक रामलीला जारी रही। मंगलवार की रात के रामलीला मंचन में रामलीला मंडल के अध्यक्ष धमेंद्र ठाकुर, निर्देशक हरीश मरवाह, महासचिव सुमित खन्ना, सह कोषाध्यक्ष मनोज गुप्ता,कार्यकारिणी के सभी सदस्य उपस्थित थे।
आज की रामलीला में इंद्र दरबार, व नारद मोह की लीलाओं का मंचन किया जाएगा। इनमें नीरज को इंद्र, बाबूजी को कामदेव, अमित को नारद और भूपेंद्र चौहान को भगवान विष्णु के रूप में देख सकेंगे। मरवाह ने बताया कि इस बार की राललीला की खासियत है कि रामलीला के तमाम स्त्री पात्रों को महिला कलाकारों द्वारा ही अभिनीत किया जाएगा।