हिमाचल न्यूज: एससीईआरटी, डाइट में साक्षात्कार से नियुक्त होंगे शिक्षक, कुल 50 अंकों से किया जाएगा चयन

शिमला। हिमाचल प्रदेश राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) सोलन और जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) में अब साक्षात्कार के आधार पर शिक्षक नियुक्त होंगे। गुणवत्तापूर्ण शिक्षक प्रशिक्षण और शैक्षिक नेतृत्व सुनिश्चित करने को सरकार ने पुरानी व्यवस्था को बदल दिया है।

शैक्षणिक योग्यता, विशेष अनुभव और साक्षात्कार के आधार पर कुल 50 अंकों से शिक्षकों का चयन किया जाएगा। पहली नियुक्ति में अधिकतम पांच साल से ज्यादा कार्यकाल नहीं होगा। दो साल बाद फिर यहां नियुक्ति के लिए शिक्षक पात्र होंगे। दूसरी बार का कार्यकाल तीन साल से अधिक नहीं होगा। अभी तक सिर्फ एडजस्टमेंट के लिए ही इन दोनों संस्थानों में शिक्षकों की नियुक्तियां होती रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कुछ माह पहले दोनों संस्थानों के ढांचे में बदलाव करने की घोषणा की थी। इसी कड़ी में शनिवार को शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने एससीईआरटी सोलन और सभी जिलों में स्थित डाइट की शैक्षणिक और परिचालन क्षमताओं को मजबूत करने के लिए नए दिशा-निर्देश अधिसूचित किए हैं। एससीईआरटी में कम से कम 8 वर्ष की सेवा वाले नियमित सहायक/सहयोगी प्रोफेसरों, व्याख्याताओं और टीजीटी का चयन किया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से नियुक्त समिति द्वारा साक्षात्कार के माध्यम से इनका चयन होगा।

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अंकों का होगा साक्षात्कार, पीजी-यूजी में 85%अंक पर मिलेंगे दस अंक
शिक्षकों का कुल 50 अंकों के आधार पर चयन होगा। इसमें 20 अंक का साक्षात्कार होगा। डाइट में नियुक्ति के लिए जिन शिक्षकों के बारहवीं कक्षा में 90 फीसदी और अंडर ग्रेजुएशन व पोस्ट ग्रेजुएशन में 85 फीसदी से अधिक अंक होंगे तो उन्हें 10 अंक मिलेंगे। डाइट में नियुक्ति के लिए स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय में 70 फीसदी अंक प्राप्त करने वाले ही पात्र होंगे। पीएचडी करने पर 2, जरनल प्रकाशित होने पर दो और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में भाग लेने पर दो अंक मिलेंगे।

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पाठ्यक्रम, पाठ्यपुस्तकों की समीक्षा करता है एससीईआरटी
पाठ्यक्रम, पाठ्यपुस्तकों और प्रशिक्षण सामग्री की समीक्षा करना तथा उनका विकास करना एससीईआरटी का प्रमुख काम है। राष्ट्रीय शिक्षा कार्यक्रमों को लागू करने और उनकी निगरानी करने के लिए डाइट की देखरेख करना, स्कूली शिक्षा में प्रशिक्षण कार्यक्रम, मूल्यांकन और अनुसंधान, शिक्षकों, शिक्षाविदों और शैक्षिक प्रशासकों के लिए सेवाकालीन प्रशिक्षण आयोजित करना भी इनका काम है। विशेष शिक्षा, पर्यावरण शिक्षा और अन्य से संबंधित विस्तार गतिविधियों में शामिल होना, प्री-स्कूल, समावेशी और व्यावसायिक शिक्षा कार्यक्रमों को लागू करना। उधर, डाइट के माध्यम से सेवा पूर्व और सेवाकालीन शिक्षक-शिक्षा कार्यक्रम प्रदान किया जाता है।

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