दिल्ली में मतदान केंद्रों को वैक्सीनेशन सेंटर्स में बदला जाएगा : केजरीवाल

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार की डोर-टू-डोर राशन वितरण योजना को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) और केंद्र के बीच तनातनी बनी हुई है। इस बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी प्रमुख योजना का उपयोग राष्ट्रीय राजधानी में टीकाकरण अभियान के लिए करने का फैसला किया है। सोमवार को एक डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, केजरीवाल ने सामूहिक टीकाकरण अभियान शुरू करने की घोषणा की, जिसे जहां वोट, वहां टीकाकरण नाम दिया गया है।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि दिल्ली के मतदान केंद्रों को टीकाकरण केंद्रों में बदला जाएगा और जहां वोट, वहां टीकाकरण अभियान के तहत बूथ स्तर के अधिकारी (बीएलओ) घर-घर जाकर 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के टीकाकरण के लिए स्लॉट बुक करेंगे।

इसके लिए बीएलओ के प्रशिक्षण सहित प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जो एक नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक के साथ आवासीय कॉलोनियों का दौरा करेंगे एवं टीकाकरण के लिए एक स्लॉट बुक करेंगे। इसके साथ ही वह दिल्ली के नागरिकों से अपील करेंगे कि वे जहां वोट देते हैं, वहां जाएं और कोविड वैक्सीन लगवाएं। केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह जानकारी दी।

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चार सप्ताह के टीकाकरण अभियान के दौरान हर हफ्ते 70 नगरपालिका वार्ड शामिल होंगे, जिसका उद्देश्य 45 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी नागरिकों को पहली खुराक देना है।

अभी फिलहाल केवल 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को ही इस योजना के तहत कवर किया जाएगा, क्योंकि दिल्ली सरकार के पास 18-44 आयु वर्ग के लिए वैक्सीन स्टॉक उपलब्ध नहीं है।

केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में जल्द ही डोर-टू-डोर जागरूकता अभियान शुरू किया जाएगा। अभियान का पहला चरण 70 वाडरें में शुरू होगा और हमने 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को कोविड वैक्सीन की पहली खुराक देने का लक्ष्य रखा है। केंद्र द्वारा युवाओं के लिए वैक्सीन उपलब्ध कराने के बाद 18-44 आयु वर्ग के लोगों को भी योजना में शामिल किया जाएगा।

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दिल्ली में सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 280 नगरपालिका वार्ड हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा, हमने देखा है कि दिल्ली सरकार द्वारा बनाए गए टीकाकरण केंद्रों पर 45 वर्ष और अधिक आयु वर्ग के लोग नहीं आ रहे हैं और टीकों का पूरा इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। इसलिए अब टीकाकरण केंद्रों को मतदान केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। दिल्ली सरकार अस्पतालों और अन्य स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा सरकारी स्कूलों में मुफ्त टीकाकरण प्रदान कर रही है।

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केजरीवाल ने कहा, 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोग स्वयं टीकाकरण केंद्रों पर नहीं आ रहे हैं। इसलिए, अब हम उनके घरों का दौरा करेंगे।

उन्होंने आगे बताया, 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 57 लाख लोगों में से 27 लाख को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। अब उन्हें पोलिंग बूथों पर एंटी-कोविड वैक्सीन दी जाएगी।

हालांकि घर-घर जाकर टीकाकरण अभियान शुरू करना अगले साल होने वाले दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनावों को देखते हुए केजरीवाल का एक राजनीतिक कदम माना जा रहा है।

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