उत्तराखंड ब्रेकिंग : बीवी को बाइक पर बिठाकर आत्मदाह को तेल की गैलन लेकर एसडीएम कोर्ट पहुंचा किसान, पुलिस ने जैसे तैसे रोका
काशीपुर। भूमि विवाद के निस्तारण से असंतुष्ट एक किसान सोमवार को पत्नी के साथ तेल की गेलन लेकर आत्मदाह करने एसडीएम कोर्ट जा पहुंचा। मौके पर मौजूद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए किसान की बाइक से एक थैले के अंदर रखी तेल की गेलन कब्जे में ले ली। एसडीएम समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में करीब एक घंटे तक किसान के साथ चली वार्ता में एसडीएम ने रास्ते के लिए प्रस्ताव बनाकर मंडी समिति को भेजने का आश्वासन दिया। तब कहीं जाकर किसान पत्नी के साथ वापस घर लौटा।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को गांव ढकिया नं. एक निवासी राजकुमार गिरी आत्मदाह की चेतावनी के बाद सुबह करीब 11 बजे पत्नी संग बाइक पर तेल की गेलन लेकर एसडीएम कोर्ट पहुंच जा धमका । लेकिन उसकी पूर्व में दी गई चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए मौके पर मौजूद थी।
पुलिस ने बाइक में एक थैले के अंदर रखी तेल की गेलन कब्जे में ले ली। इसके बाद एसडीएम ने राजकुमार को वार्ता के लिए कार्यालय बुलाया, लेकिन वह बाहर ही वार्ता करने पर अड़ गया। काफी मशक्कत के बाद राजकुमार पत्नी संग एसडीएम कार्यालय पहुंचा।
राजकुमार ने आरोप लगाया कि 19 नवंबर को एसडीएम, तहसीलदार, चकबंदी अधिकारी उसके खेत पर आए और पिलर लगाकर इतिश्री कर ली। उसका कहना था कि उसके खेत से नाला खुदवाया गया, लेकिन आरपार नहीं खुलवाया गया। इससे पानी की निकासी नहीं होगी, साथ ही खराब सड़क को भी ठीक नहीं कराया गया। उसने जमीन कम होने की भी बात कही।
करीब एक घंटे चली वार्ता के बाद एसडीएम ने सड़क निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार कर मंडी समिति को भेजने का आश्वासन दिया। वहीं जमीन कम होने के मामले में प्रार्थना पत्र देने को कहा।
विदित रहे कि गांव ढकिया नं. एक निवासी राजकुमार गिरी का दूसरे पक्ष से खेत में नाले और रास्ते आदि को लेकर विवाद चल रहा है। दोनों पक्षों में कई बार मारपीट भी हो चुकी है। इसको लेकर सात-आठ वर्ष से मुकदमा भी चल रहा है।
मामले का निस्तारण नहीं होने पर राजकुमार गिरी ने 16 नवंबर को परिवार संग आत्मदाह की चेतावनी दी थी। इस पर प्रशासन ने दोनों पक्षों को नोटिस जारी कर खेत में ही चौपाल लगाकर मामले का निस्तारण कर दिया था, लेकिन राजकुमार निस्तारण से संतुष्ट नहीं हुआ।
राजकुमार ने एक बार फिर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा परेशान करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री समेत अन्य उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर दो दिसंबर को परिवार संग आत्मदाह की चेतावनी दी थी।