अल्मोड़ा…….नशा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत छात्र–छात्राओं के साथ राजकीय महाविद्यालय गुरुडाबाज में विचार गोष्ठी का आयोजन
अल्मोड़ा। राजकीय महाविद्यालय गुड आवाज में नशा उन्मूलन कार्यक्रम को लेकर छात्र छात्राओं के साथ विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया इस विचार गोष्ठी में प्रसिद्ध समाजसेवी गोविंद गोपाल ने छात्र-छात्राओं और महाविद्यालय के प्राध्यापकगण एवं कर्मचारीयों को नशा उन्मूलन के बारे में अपने विचार साझा किए।
कार्यक्राम का शुभारंभ करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य आर ए सिंह ने मुख्य अतिथि, प्रसिद्ध समाज सेवी गोविन्द गोपाल का स्वागत करते हुए उपस्तिथ छात्र समुदाय से उनके अनुभवों का लाभ लेकर देवभूमि के समाज को नशा मुक्त करने के राज्य सरकार के लक्ष्य को प्राप्त करने का आह्वान किया
इस अवसर पर प्रसिद्ध समाज सेवी गोविन्द गोपाल के अपने उद्बोधन में उपस्थित छात्र – छात्राओं सहित सभी को नशे से दूर रहने और अपने आसपास लोगों को जागरूक करने को कहा, उन्होंने उनके द्वारा समाज में व्यसनों के विरुद्ध अलख जगाने के अनुभव और निरंतर उन संघर्षों को बनाए रखने की अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से सामने आये अच्छे परिणामों को सभी के साथ सांझा किया। और छात्र समुदाय से ऐसे ही अपने–अपने गाँव समाज में सरकार के इस जनहित कार्यक्रम की अलख जगाने का आग्रह किया।
गोविन्द गोपाल ने अपनी उद्बोधन में उपस्थित छात्र छात्राओं से ही संवाद में कहा कि इस सामाजिक बुराई को दूर करने में नव युवक और छात्र छात्राओं की भूमिका के बारे में टिप्स देते हुए उन्होंने कहा कि नशे ने समाज के हर स्तर और हर वर्ग को बड़ी बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है साथ ही सांस्कृतिक विकास को बाधित किया है।
अब इस भयावह स्तिथि से बचने के लिए सरकार के प्रयासों को आत्मसात करते हुए अपने अपने स्तर से नशे के खिलाफ सभी को कमर कसनी है और 2025 तक सरकार के नशा मुक्त प्रदेश बनाने के लक्ष्य को हर हाल में प्राप्त करना है उन्होनें कहा कि पर्वतीय समाज में परिवार जैसी पवित्र संस्था को नशे से हो रहे नुकसान से बचाने के लिए सभी किए प्रयास करने होंगे।
इस कार्यक्रम का आयोजन एवं संचालन प्रोफेसर राजीव कुमार सक्सेना ने किया .
उन्होने गोविन्द गोपाल के समाज सुधार के अभियान को नशे के विरुद्ध एक सशक्त आवाज के रूप में रेखांकित करते हुए उनका आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया .
विचार गोष्ठी में छात्र छात्राओं के साथ–साथ महाविद्यालय के प्राध्यापकगण एवं कर्मचारी भी उपस्तिथ रहे। यहाँ यह उल्लेखनीय होगा कि राज्य सरकार ने 2025 नशा उन्मूलन का लक्ष्य रखा हुआ है और विभिन्न महाविद्यालयों में इस हेतु छात्र समाज के बीच जागरूकता के कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं .