बद्दी…रोष:आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद आज भी नर्क की जिंदगी जीने को मजबूर ढेला एससी बस्ती के लोग 

बद्दी (ब्यूरो)। प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ से सरकार के खाते में करोड़ों रुपए राजस्व के रूप में जमा होता है लेकिन फिर भी क्षेत्र के विकास को लेकर सरकार गंभीर नहीं है आपको बता दें कि आजादी के 75 साल बीत चुके हैं लेकिन एससी बस्ती ढेला के लोग आज भी नर्क की जिंदगी जीने को मजबूर है एससी बस्ती में अगर कोई मौत हो जाए तो उसे अंतिम संस्कार करवाने के लिए कोई श्मशान घाट की नहीं बना है और लोग फैक्ट्रियों से निकलने वाले केमिकल युक्त जहरीले पानी के बीच अंतिम संस्कार करने को मजबूर है गांव में कोई भी श्मशान घाट ना होने को लेकर एससी बस्ती ढेला के लोगों में खासा रोष देखा जा रहा है लोगों ने सरकार और प्रशासन को चेतावनी देकर कहा है कि अगर जल्द ही गांव में श्मशान घाट का निर्माण नहीं करवाया गया तो आने वाले दिनों में वह प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करेंगे। 

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इस बारे में मीडिया से बातचीत करते हुए ढेला गांव के एससी समाज के लोगों से जब हमने बातचीत की तो उनका कहना है कि आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद भी एससी समाज के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है और एससी समाज के लोगों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है गांव वासियों का कहना है कि उनके गांव में एक बुजुर्ग की मौत हुई थी जिसको संस्कार के लिए भी कोई जगह उपलब्ध नहीं हो पाई ,ग्रामीणों का कहना है कि गांव में कोई श्मशान घाट ना होने के कारण फैक्ट्रियों से निकलने वाले केमिकल युक्त जहरीले पानी के बीच नदी में आकर उन्हें बजुर्ग का संस्कार करना पड़ रहा है ग्रामीणों का कहना है कि एक बुजुर्ग की तो मौत हो चुकी है लेकिन अंतिम संस्कार में शामिल हुए लोगों को भी अपनी जान हथेली पर रखकर केमिकल युक्त जहरीले पानी के बीच संस्कार करना पड़ रहा है ग्रामीणों का कहना है कि अगर सरकार और प्रशासन द्वारा जल्द ही उनके गांव में श्मशान घाट का निर्माण नहीं करवाया तो वह आने वाले विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करेंगे। 

अब देखना यही होगा कि कब सरकार और प्रशासन नींद से जागतें हैं और कब एससी समाज के लोगों को श्मशान घाट की दिक्कत से निजात मिलती है। 

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