बद्दी… अनदेखी:आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद आज भी दून विधानसभा क्षेत्र के साई पंचायत के लोग नर्क की जिंदगी जीने को मजबूर, सड़क सुविधा से जुड़ने का बना हुआ है सपना
बद्दी। कहने को तो प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ है और यहां से सरकार के खाते में करोड़ों रुपया राज्यव के रूप में जमा होता है लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की भी सरकार रही और अब भाजपा की सरकार रही लेकिन किसी भी सरकार ने क्षेत्र के लोगों की मूलभूत सुविधाओं की समस्याओं को दूर करने को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई।
आलम यह है दून विधानसभा क्षेत्र के साईं पंचायत के लोग आज भी नर की जिंदगी जीने को मजबूर है और ग्रामीणों ने सरकार को दो टूक शब्दों में चेतावनी देकर कहा है कि अगर जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो वह आने वाले विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करेंगे।
आपको बता दें कि साई पंचायत दून विधानसभा क्षेत्र में पढ़ती है और यहां से भाजपा के विधायक परमजीत सिंह पम्मी है । सरकार को बने हुए करीबन साढ़े 4 साल से ज्यादा का समय हो चुका है लेकिन साई पंचायत के कई गांवों के लोग आज भी नर्क की जिंदगी जीने को मजबूर है और उनका पक्की सड़क से जुड़ने का सपना आज भी बना हुआ है।
ग्रामीणों की माने तो आजादी के 75 वर्ष बीत गए हैं और सरकार अमृत महोत्सव बनाने में व्यस्त है और गांव के लोग सड़क जैसी सुविधा से जुड़ने का आज भी सपना सजाए हुए हैं आपको बता दें कि साई पंचायत के कई गांवों को आज भी कच्चा रास्ता लगता है और करीबन तीन-चार किलोमीटर की सड़क नहीं बन पाई है जिसके चलते गांव के करीब ढाई सौ से ज्यादा आबादी के लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों को आज भी अगर गांव में कोई बीमार हो जाए तो उसको इलाज के लिए चारपाई पर लिटा कर ले जाते है।ओर उस मरीज को तब जाकर सड़क तक पहुंचाया जा रहा है और बच्चों को स्कूल जाने और आने के लिए खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है 3-3 किलोमीटर पैदल जाना पड़ता है और उसी तरह 3-3 किलोमीटर वापस पैदल आना पड़ता है।
ग्रामीणों का कहना है कि प्रदेश में कांग्रेस की भी सरकार रही और भाजपा की सरकार रही किसी भी सरकार ने उनकी सड़क को गंभीर नहीं लिया और आलम यह है कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी उनकी सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है और लोग देश दुनिया से प्रतिदिन कटे रहते हैं।
ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन और क्षेत्र के विधायक को दो टूक शब्दों में चेतावनी देकर कहा है कि अगर जल्द से जल्द उनकी सड़क का निर्माण नहीं करवाया गया तो आने वाले विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करेंगे साथ ही किसी भी पार्टी के नेता को गांव में घुसने नहीं देंगे।
अब देखना यही होगा कि कब सरकार और प्रशासन जागते हैं और कब लोगों को आ रही परेशानियों से निजात मिलती है।