लालकुआं… #राजनीति: ‘माले’ का विधायक बनने से बिन्दुखत्ता राजस्व गाँव का मार्ग होगा प्रशस्त : बहादुर सिंह जंगी
लालकुआं। भाकपा(माले) कार्यकर्ताओं ने विधानसभा तैयारी को लेकर घर घर जाकर चुनाव अभियान तेज़ कर दिया है। पार्टी के लालकुआं विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार बहादुर सिंह जंगी ने बिंदुखत्ता क्षेत्र में जन अभियान चलाकर बिन्दुखत्ता राजस्व गाँव पर जनता से वादा करके भी बीजेपी और कांग्रेस द्वारा अदला बदली कर सरकार बनाने के बावजूद जनता के साथ किये गए छल को जनता के बीच उजागर करते हुए कहा कि, “जब तक बिन्दुखत्ता के संघर्षों की आवाज ‘माले’ का विधायक चुन कर विधानसभा में नहीं पहुँचाया जाता तब तक राजस्व गाँव का सवाल एक इंच भी आगे नहीं बढ़ने वाला।
आज तक विधानसभा के लिए चुने गए प्रतिनिधियों ने राजस्व गाँव के सवाल पर वादाखिलाफी ही की है। इसलिए इस बार यहां की जनता माले पर भरोसा करे, और मैं यकीन दिलाना चाहता हूं कि माले का प्रतिनिधि यदि विधानसभा में पहुँचा तो जनता को राजस्व गाँव के सवाल पर हर बार की तरह निराशा का सामना नहीं करना पड़ेगा। राजस्व गाँव के सवाल पर विधानसभा के भीतर और बाहर दोनों जगह किसान आंदोलन की तर्ज पर राजस्व गाँव बनाओ संघर्ष का बिगुल बजा दिया जायेगा। इसलिए इस बार लालकुआं विधानसभा से जनता भाकपा(माले) को मौका दे।”
भाकपा (माले) के राज्य सचिव राजा बहुगुणा ने कहा कि, “आगामी विधानसभा चुनाव लालकुआं विधानसभा क्षेत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। किसान बहुल आबादी वाली विधानसभा से यदि जनता के संघर्षों के अगुवा किसान नेता कामरेड बहादुर सिंह जंगी चुनकर जाते हैं तो यह बिन्दुखत्ता राजस्व गाँव से लेकर सेंचुरी के प्रदूषण, मालिकाना हक, तटबंध, रोजगार के सवालों को हल करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम साबित होगा।”
गाँव गाँव में चल रहे जन अभियान के पश्चात 18 दिसंबर को भाकपा (माले) कार्यालय के सम्मुख प्रातः 10 बजे से विधानसभा चुनाव अभियान को सफल बनाने हेतु विशाल ‘संकल्प सभा’ का आयोजन किया जायेगा।
अभियान में माले राज्य सचिव राजा बहुगुणा, लालकुआं विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बहादुर सिंह जंगी के अतिरिक्त जिला सचिव डॉ कैलाश पाण्डेय, बिन्दुखत्ता सचिव ललित मटियाली, आनन्द सिंह नेगी, विमला रौथाण, पुष्कर दुबड़िया, किशन बघरी, नैन सिंह कोरंगा, धीरज कुमार, कमल जोशी, हरीश भंडारी, आनंद दानू, शिव सिंह, निर्मला साही आदि भी शामिल रहे।
ऐसी मधुर आवाज जिसे सुनने का बार—बार मन करे
हम जनता के बीच रहे इसलिए दावेदारी कर रहे—सुमित