बिग ब्रेकिंग… भीषण अग्निकांड :नालागढ़ में प्रवासी मजदूरों के 25 आशियाने जलकर खाक,दो मजदूर झूलसे, गंभीर,पांच पशु आग में जिंदा जले, लाखों का नुक्सान
नालागढ़ (जेबी सिंह)। प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ के तहत सुरेन्द्रा पब्लिक स्कूल के साथ प्रवासी मजदूरों की झुग्गियों में भीषण आग का मामला सामने आया है बताया जा रहा है कि जब सभी प्रवासी मजदूर रात को करीबन 2:00 बजे गहरी नींद में सो रहे थे तो अचानक झुग्गियों में भीषण आग लग गई, देखते ही देखते आग ने दो दर्जन से ज्यादा झुग्गियों को अपनी चपेट में ले लिया, प्रवासी मजदूरों ने किसी तरह अपनी जान बचाई और वह झुन्डियों से बाहर निकल गए ।
स्थानीय लोगों द्वारा आग लगने की सूचना दमकल विभाग नालागढ़ को दी और दमकल विभाग नालागढ़ की पहले एक गाड़ी मौके पर पहुंची उसके बाद आग का विराट रूप देखकर दमकल विभाग के अधिकारियों द्वारा आग बुझाने के लिए चार और गाड़ियां मौके पर आग बुझाने के लिए बुलाई गई लेकिन घंटों की मशक्कत के बाद दमकल विभाग की 5 गाड़ियों ने आग पर तो काबू पा लिया लेकिन आग लगने से 2 मजदूर झुलसें हैं जिनका इलाज नालागढ़ के सिविल अस्पताल में करवाया जा रहा है वही पांच दुधारू पशु इस अग्निकांड में जिंदा जल गए और आग लगने के कारण 25 के करीब प्रवासी मजदूरों के आशियाने जलकर खाक हो गए । आग लगने से लाखों के नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है फिलहाल प्रवासी मजदूरों द्वारा सरकार व प्रशासन से आग के कारण हुए नुकसान के मुआबजे की मांग उठाई गई है।
इस बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए प्रवासी मजदूरों का कहना है कि रात को करीबन 2:00 बजे जब वह सो रहे थे तो अचानक एक तरफ झुगी की ओर से आग लगती हुई आई और पूरी झुग्गियों में आग फैल गई प्रवासी मजदूरों का कहना है कि वह बच्चों और खुद बड़ी मशक्कत के बाहर इस अग्निकांड से बाहर निकल कर बच पाए हैं लेकिन उनके घरों में रखा हुआ तमाम सामान जलकर खाक हो गया है प्रवासी मजदूरों का कहना है कि इस अग्निकांड में पांच दुधारू पशु भी जिंदा जल गए और 2 मजदूर भी इस अग्निकांड में घायल हुए हैं मजदूरों का कहना है कि 25 झुंगियां जलकर खाक हो गई है जिससे लाखों रुपए का नुकसान हुआ है प्रवासी मजदूरों ने सरकार व प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
प्रवासी मजदूरों का कहना है कि वह दिहाड़ी मजदूरी करने के लिए बाहरी राज्यों से यहां पर पैसा कमाने के लिए आए हैं लेकिन जो भी दिहाड़ी मजदूरी से उन्हें पैसा मिलता था वह अपनी झुंगी में रख देते थे लेकिन इस अग्निकांड में उनका कैश- घरों में रखा हुआ सामान फ्रिज कूलर गैस सिलेंडर और यहां तक कि खाने का सामान कपड़े जलकर खाक हो गए हैं मजदूरों का कहना है कि जो कपड़े अभी उन्होंने पहन रखे हैं बस यही बचे हैं।
एक प्रवासी मजदूर से बातचीत की गई तो उसका कहना है कि वह पूरा परिवार दिहाड़ी मजदूरी करके पैसा कमा के अगले महीने अपनी बेटी की शादी करने वाला था और बेटी की शादी के लिए ज्वेलरी व दहेज का सामान एकत्रित करके झुगी में रखा था जिसमें ज्वेलरी ,फ्रिज, कूलर,बैड,अलमारी ,व 50 हजार कैश जल गए हैं जिससे अब उन्हें अपने बेटे की शादी की चिंता सताने लगी है।
आपको बता दें कि इस अग्निकांड में जहां पर प्रवासी मजदूरों के 25 आशियाने जलकर खाक हुए हैं और उसके साथ- प्रवासी मजदूरों का सारा सामान जल गया है जिसमें एक प्रवासी मजदूर का कहना है कि कुछ ही दिन पहले एक एक्टिवा स्कूटी उसने किश्तों पर ली थी और उसे भी अपनी झुँगी के पास खड़ा किया था लेकिन उनकी स्कूटी भी इस अग्निकांड की भेंट चड गई है । जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है।
कुल मिलाकर गर्मियों में बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ में रोजी-रोटी की तलाश में आए प्रवासी मजदूरों पर यह गर्मी का मौसम भारी पड़ता है इससे पहले भी सैकड़ों की तादात में अग्निकांड में प्रवासी मजदूरों की झुग्गियां जलकर खाक हो चुकी है और कई बार तो प्रवासी मजदूरों को अपनी जान गवा कर भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है हालांकि सरकार प्रशासन द्वारा बड़े-बड़े दावे मजदूरों के लिए रहने के लिए हॉस्टल व अन्य सुविधा देने के किए जाते हैं लेकिन इनका जमीनी स्तर पर कोई भी मॉल नजर नहीं आ रहा है और प्रवासी मजदूर रोजी-रोटी की तलाश में आए झुग्गियों में रहने को मजबूर है जिसके चलते मजदूरों को अपनी मजबूरी के साथ-साथ जान भी गवा कर इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। अब देखना यही होगा कि मजदूरों के हित में बड़े-बड़े दावे करने वाली सरकार कब गहरी नींद से जागती है और कब ऐसी घटनाएं कम होती हैं और कब इन प्रवासी मजदूरों के लिए भी हॉस्टल जैसी सुख- सुविधा उपलब्ध हो पाती है।