हरियाणा: उत्तराखंड के पूर्व प्रभारी बीरेंद्र सिंह लौटेंगे कांग्रेस में, बीजेपी को अलविदा
हरियाणा। जींद से भी काफी संख्या में कार्यकर्ता बीरेंद्र सिंह के साथ दिल्ली जाएंगे। बीरेंद्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने से प्रदेश की राजनीति पर प्रभाव पड़ेगा। इससे पहले उनके बेटे व हिसार से मौजूदा सांसद भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में जा चुके हैं।
दिल्ली में मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ. बीरेंद्र सिंह के साथ जींद से काफी संख्या में लोग कांग्रेस में शामिल होंगे। सुबह यह लोग दिल्ली के लिए निकलेंगे और पूरे दल-बल के साथ कांग्रेस में शामिल होंगे। सोमवार को दिनभर अधिक से अधिक लोगों को दिल्ली लेकर जाने के लिए बैठकों का दौर चलता रहा। बीरेंद्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने से जींद जिले की राजनीतिक पर काफी प्रभाव पड़ेगा।
चौधरी बीरेंद्र सिंह उचाना से पांच बार जीतकर विधायक बन चुके हैं। वह 1977 से 82, 1982 से 84 1991 से 1996, 1996 से 2000 तथा 2005 से 2009 तक विधायक रहे। तीन बार वह कैबिनेट मंत्री भी बने। उन्होंने तीन बार सांसद के रूप में भी कार्य किया। पिछली केंद्र सरकार में वह केंद्र में मंत्री भी रहे।
उनके बेटे बृजेंद्र सिंह 2019 में हिसार लोकसभा से सांसद चुने गए थे। अब वह भाजपा को अलविदा कहकर कांग्रेस में आ गए हैं। बीरेंद्र सिंह भी मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस में शामिल होंगे। उनके कई समर्थक भी कांग्रेस में शामिल होंगे।
मध्य उत्तरी हरियाणा विकास संगठन के प्रदेशाध्यक्ष शिव नारायण शर्मा ने कहा कि कांग्रेस में शामिल होने की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। अकेले जींद से ही काफी संख्या में लोग कांग्रेस में शामिल होंगे। कार्यकर्ताओं ने पहले ही बीरेंद्र सिंह को कांग्रेस में शामिल होने की सलाह दी थी।
बीरेंद्र सिंह अपने कार्यकर्ताओं की बात बहुत मानते हैं, इसलिए उनकी सलाह के अनुसार ही वह कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। बीरेंद्र सिंह अपने कार्यकर्ताओं को बहुत मान-सम्मान देते हैं। पूरे प्रदेश में उनके कार्यकर्ता हैं। पूरे हरियाणा से लोग कांग्रेस में शामिल होने के लिए मंगलवार को दिल्ली जाएंगे।
शिवनारायण शर्मा के साथ ऋषिराम शर्मा, अर्जुन सैनी, फतेह सिंह सैनी, सतीश जिंदल, जयप्रकाश शर्मा, रामचंद्र शर्मा, कुलदीप पानू, राममेहर रेढू दालमवाला, विजय सिंह, महेंद्र सिंह, बलजीत ईंटल व मध्य उत्तरी हरियाणा की महिला प्रदेशाध्यक्ष वृंदा शर्मा भी काफी महिलाओं के साथ दिल्ली के लिए रवाना होंगी।
जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर पड़ेगा राजनीतिक प्रभाव
बीरेंद्र सिंह जब कांग्रेस में थे तो वह अपने साथियों को कांग्रेस का टिकट दिलाने के लिए काफी दबाव बनाते थे। उन्होंने अपने समय में कांग्रेस का टिकट भी कई लोगों को दिलवाया था। उस समय कांग्रेस में उनकी काफी मजबूत स्थिति थी। अब एक बार फिर से वह कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। इससे जींद जिले की पांचों विधानसभा सीटों के साथ पूरे हरियाणा की राजनीति पर इसका असर देखने के लिए मिलेगा।