सीएम ने किया कुल्लू दशहरे मेले का समापन, देवी देवताओं की नजराना राशि बढ़ी, बजंतरियों का भत्ता बीस फीसदी बढ़ा
कुल्लू। अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा मेला आज विधिवत रूप से समाप्त हो गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मेले के समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचें इस दौरान उन्होंने कई घोषणाएं भी कीं। उन्होंने देवी-देवताओं के नजराने राशि में पांच फीसदी बढ़ोतरी की घोषणा की। साथ ही सीएम ने बजंतरियों के भत्ते को 20 फीसदी और देवी-देवताओं के दूरी भत्ते को 20 प्रतिशत बढ़ाने का एलान किया। सीएम ने कहा कि इस पर 1 करोड़ 36 लाख रुपये खर्च होंगे।
इससे पहले सुबह दशहरा उत्सव के सातवें दिन कुल्लू कार्निवल परेड का आयोजन किया गया। इस दाैरान कार्निवल परेड में देश-विदेश की संस्कृति के रंग देखने को मिले। कुल्लू कार्निवल का शुभारंभ मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने किया। मालरोड पर जब रंग-बिरंगे परिधानों में कुल्लू के महिला मंडल, स्कूलों के बच्चे और विदेशी कलाकार उतरे। बैंड बाजों की सुर लहरियों से माहौल संगीतमय हो गया।
मुख्यमंत्री ने कुल्लू के भुंतर में 102 करोड़ रुपये की योजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास किए। मुख्यमंत्री ने भुंतर में 4.56 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले डबल लेन भुंतर पुल की आधारशिला रखी। उन्होंने क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के लिए तेगूबेहड़ में 2.98 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पार्किंग सहित ट्रांजिट आवासों और 24 लाख रुपये की लागत से निर्मित एकीकृत पुनर्वास केंद्र भुंतर के नवनिर्मित ओपीडी ब्लॉक का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा न्यूनीकरण कोष के अंतर्गत कुल्लू की तहसील पिरडी में राफ्टिग केंद्र के नजदीक 3.63 करोड़ से बाढ़ नियत्रण कार्यों, लोअर शास्त्री नगर से बदाह, कुल्लू और जिला कुल्लू के संवदेनशील स्थानों पर 6 करोड़ रुपये से तटबंध सुरक्षा कार्यों, तहसील भुंतर में पार्वती नदी के बाएं किनारे पर उठाऊ सिंचाई योजना सोड हाथीथान पंप हाउस से सरस्वती विद्या मंदिर भुंतर कालोनी तक 7.97 करोड़ रुपये से भुंतर के संवेदनशील स्थानों पर निर्मित होने वाले सुरक्षा कार्यों और गौ सदन के तिब्बती स्कूल से कुल्लू के एमसी क्षेत्र के संवेदनशील स्थानों पर 8.53 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाले बाढ़ नियंत्रण कार्यों की आधारशिला रखी।
मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा न्यूनीकरण कोष के अंतर्गत जिला कुल्लू में भुंतर पुल के निकट पार्वती नदी और ब्यास नदी के संगम स्थल के पास 8.14 करोड़ रुपये के बाढ़ नियंत्रण कार्यों, एमसी कुल्लू में सामुदायिक भवन से तिब्बतीयन स्कूल तक बाढ़ शमन और असुरक्षित स्थानों पर 6.44 करोड़ रुपये से तटबंध सुरक्षा कार्यों, एमसी क्षेत्र तिब्बतीयन स्कूल से हनुमानी बाग तक बाढ़ शमन और असुरक्षित स्थानों पर 6.65 करोड़ रुपये से तटबंध सुरक्षा कार्यों, एमसी भुंतर के संगम घाट से राधा कृष्ण मंदिर तक के असुरक्षित स्थानों के बाढ़ शमन और असुरक्षित स्थानों पर 6.14 करोड़ रुपये से तटबंध सुरक्षा कार्यों और भुंतर तहसील के मणिकर्ण की पार्वती नदी पर 7 करोड़ रुपये से होने वाले बाढ़ नियंत्रण कार्यों का भूमि पूजन भी किया।
मुख्यमंत्री ने अमृत-2.0 योजना के अंतर्गत भुंतर के लिए 22 करोड़ रुपये से पेयजल आपूर्ति योजना के विस्तार कार्यों की आधारशिला रखी। जिला और तहसील कुल्लू में नाबार्ड के अंतर्गत ब्यास नदी से 16 टंकी, फाती खराहल में शालधारा के लिए 9.62 करोड़ रुपये से निर्मित उठाऊ जलापूर्ति योजना और 2.55 करोड़ रुपये से उठाऊ सिंचाई योजना न्योली-थरमाहन का भी लोकार्पण किया।