ब्रेकिंग उत्तराखंड…उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश, शूटरों ने कर ली थी रेकी, ऐन वक्त पर हो गया भंडाफोड़
नारायण सिंह रावत
सितारगंज। कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की उत्तर प्रदेश के शूटर से हत्या कराने की साजिश फेल कर दी गई है। चोरी के मामले में पूर्व में जेल गए बदमाश ने मंत्री की रेकी कर शूटरों की पूरी टीम तैयार कर ली थी। लेकिन सुपारी की बात लीक हो गई। इसपर पुलिस ने रविवार को चार आरोपितों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी शुरू कर दी है।
सितारगंज बाईपास कालोनी निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि ग्राम कोटाफार्म निवासी हीरा सिंह पुत्र चंबा राम पूर्व में गेहूं चोरी के मामले में जेल गया था। वह बड़े पैमाने पर अवैध खनन भी करता है। आरोपित जेल के लिए सौरभ बहुगुणा को जिम्मेदार मानता है। इसलिए वह उनसे रंजिश रखने लगा। सतनाम ने सुझाया मोहम्मद इजाज का नाम उमाशंकर के अनुसार हीरा सिंह की सितारगंज केंद्रीय जेल में रहने के दौरान सतनाम सिंह पुत्र बलविंदर सिंह निवासी सिरसा फार्म, जिला बरेली उत्तर प्रदेश से मुलाकात हुई। सतनाम सिंह मादक पदार्थ के मामले में वहां बंद था। आरोप है कि हीरा सिंह ने सतनाम सिंह से कैबिनेट मंत्री को मारने के लिए कहा। तब सतनाम ने हीरा से कहा कि उसका दोस्त मोहम्मद अजीज उर्फ गुड्डू निवासी किच्छा बड़ा अपराधी है।
अजीज के संबंध उत्तर प्रदेश के शूटरों से हैं, वह काम करा देगा। सतनाम ने हीरा से कहा कि जेल से बाहर आने पर हरभजन निवासी सितारगंज उसे गुड्डू से मिलवा देगा। उमाशंकर ने बताया कि सूचना के आधार पर जेल से छूटने के बाद उनके साथी हीरा सिंह पर नजर रखने लगे। इस बीच दो अक्टूबर को कैबिनेट मंत्री सितारगंज आए। विधानसभा क्षेत्र में भ्रमण के दौरान हीरा सिंह उनके आसपास ही दिखा।
सतनाम सिंह भी बीते सप्ताह पैरोल पर जेल से बाहर आ गया है। इसके बाद दोनों ने मिलकर शूटरों की टीम तैयार की। उमाशंकर द्विवेदी की तहरीर पर सितारगंज पुलिस ने रविवार देर रात हीरा सिंह, सतनाम सिंह, मोहम्मद अजीज व हरभजन के विरुद्ध कैबिनेट मंत्री की हत्या की साजिश के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया।
अपर पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह कत्याल ने बताया कि शुरुआती जांच में कैबिनेट मंत्री की हत्या की योजना की पुष्टि हुई है। जेल में बंद आरोपितों ने हत्या की साजिश रची थी। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए कत्याल के नेतृत्व में तीन टीमें गठित की हैं। जल्द ही चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।