एम्स ऋषिकेश : कोरोना पीड़ित अब घर बैठे ले चिकित्सकीय से ऑनलाइन कंसल्टेशन एवं इलाज
देहरादून। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश का आउटरीच सेल कोविड महामारी के इस भयावह दौर में ऑनलाइन चिकित्सकीय परामर्श के माध्यम से देश के हर कोने तक कोविड मरीजों को राहत पहुंचा रहा है।
एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत के नेतृत्व में संस्थान के सोशल आउटरीच सेल ने बीते माह 26 अप्रैल से कोविड-19 महामारी के समय कम्युनिटी के सभी वर्गों चिकित्सकीय परामर्श सुविधा प्रदान करने के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफार्म की स्थापना की। जिसका उद्देश्य कोरोना से पीड़ित व्यक्तियों को हो रही परेशानियों का घर बैठे ऑनलाइन कंसल्टेशन एवं इलाज करना है।
इस प्लेटफार्म के माध्यम से आप सभी लोगों के लिए एक लिंक जनरेट किया गया था, जिसमें कोई भी व्यक्ति अपनी समस्याओं को एम्स के विशेषज्ञों के समक्ष रख सकता है और उसका समाधान प्राप्त कर सकता है। गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से एम्स के सोशल आउटरीच सेल ने कई अन्य स्वयंसेवी संस्थानों के साथ जुड़ कर देश के कोने- कोने तक कोरोना मरीजों एवं कोरोना से प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाई है।
इस बाबत एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने कहा कि, एम्स ऋषिकेश कोरोना महामारी के इस कठिन समय में सभी चुनौतियों का सामान करते हुए जनहित में अपनी संपूर्ण सेवाएं प्रदान कर रहा है। उन्होंने बताया कि एम्स में कोरोना के गंभीर मरीजों को आई. सी. यू., इमरजेंसी एवं सभी उत्कृष्ट सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। वहीं दूसरी ओर हम पूरे देशभर में लोगों को कोरोना से बचाव के उपाए एवं समाधान घर बैठे ही ऑनलाइन प्रोग्राम के माध्यम से बता रहें हैं।
इस ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से लोग एम्स के विशेषज्ञों से कोरोना के संबंध में कोई भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने इस दिशा में आउटरीच सेल के द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहनीय की, बताया कि यह टीम देश के हर क्षेत्र व हर वर्ग के लोगों तक अपनी सेवाएं देकर मरीजों को बचाने का कार्य कर रही है। एम्स ऋषिकेश के सोशल आउटरीच सेल के नोडल अधिकारी डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि बीती 4 मई से “कोरोना से डरो ना” मुहिम के अंतर्गत एम्स ऋषिकेश, लाडली फाउंडेशन नई दिल्ली व आशय जन कल्याण सेवा समिति उत्तराखंड के सहयोग से यह टीम कर्नाटक, बैंगलोर, उत्तराखंड, दिल्ली मुंबई समेत अनेक राज्यों के व्यक्तियों की समस्याओं का समाधान कर रही है और घर बैठे ही उन्हें प्राइमरी मैनेजमेंट भी दे रहे हैं।
उन्होंने बताया कि हर रोज शाम 5 से 6 बजे तक एम्स ऋषिकेश के एक्सपर्ट इसमें सेवा दे रहे हैं | यह प्रोग्राम Facebook के द्वारा लाइव जोड़ा जा सकता है, लिहाजा आप सभी ज़ूम के माध्यम से इससे जुड़ सकते हैं:-
- https://www.facebook.com/Covid-19-community-task-force-115493686989650
- https://www.facebook.com/Youth-wellness-110200037524186/settings/?tab=admin_roles
- https://www.facebook.com/Foundationladli
तथा आप अपने सभी प्रश्नों का समाधान जान सकते हैं। इसके अलावा यह ऑनलाइन प्रोग्राम हफ्ते में 2 दिन यूथ के लिए निर्धारित है। उनके मनोविकारों को जानने, समझने एवं उनका निराकरण करने के लिए वह इसी प्लेटफार्म पर बृहस्पतिवार एवं शुक्रवार को शाम 5 से 6 बजे के मध्य जुड़ सकते हैं।
उन्होंने बताया कि बीती 7 मई को देशभर से लगभग 11,000 से अधिक युवाओं को एम्स ऋषिकेश के इस प्लेटफार्म में इस विषम परिस्थिति एवं डिप्रेशन आदि से निपटने के तौरतरीकों से रूबरू कराया गया। उन्होंने बताया कि इस प्लेटफार्म में युवा सर्वाधिक इस तरह के प्रश्नों को रख रहे हैं।
- सेकंड कोविड-19 वेब के क्या-क्या सिम्पटम्स हैं ? कैसे पता लगेगा कि यह सिम्पटम्स कोविड-19 के हैं या वायरल फीवर के?
- कोविड-19 के कॉमन सिम्पटम्स हैं बुखार सूखी खांसी, थकान, कंजंक्टिवाइटिस, बॉडीपेन, डायरिया, स्मेल व टेस्ट नहीं आना, सिर दर्द रहना। सीवियर कंडीशन में सांस लेने में दिक्कत और चेस्ट पेन होता है। ऐसे में वायरल फीवर की शिकायत हो तो आप रेस्ट लें, पेरासिटामोल प्रत्येक 6 घंटे के अंतराल पर रात को सोने के आगे, 1 स्त्रीजीने डॉक्टर की परामर्श से खा सकते है। यदि फिर भी आराम न मिले तो आप RTPCR टेस्ट करवा लें। अगर रिपोर्ट नेगेटिव आने पर भी आपको सिम्पटम्स हैं तो अपने आपको आइसोलेट कर लें और डॉक्टर से परमर्श क़रें।
- इम्युनिटी को कैसे बूस्ट अप करें?
- इसके लिए सबसे ज़रूरी है भरपेट भोजन लेना, जिसमे 7 कलर जिसको कि रेनबो फ़ूड आइटम्स भी कह सकते हैं खाने चाहिंए। जैसे कि दाल, चावल रोटी, सब्ज़ी, पत्तेदार सब्ज़ी एवं फ्रूट्स। दिन में कम से कम 2 से 4 लीटर पानी पिएं व दिन में फिजिकल एक्टिविटी जैसे कि ब्रिस्क वॉक, योग, मेडिटेशन या फिर फ्री हैंड एक्सरसाइज करें, आठ घंटे की अच्छी नींद ले।
- जिस व्यक्ति में कोई लक्षण नहीं हैं, उसके द्वारा कोरोनो वायरस कैसे फैलता है?
-कोविड के 3 प्रकार के लक्षण देखे जा रहे हैं। माइल्ड, मॉडरेट और सीविएअर – जो माइल्ड लक्षण हैं उसमें कभी- कभी व्यक्ति को पता भी नहीं चलता कि वह संक्रमित है, ऐसा व्यक्ति - जो भी होम आइसोलेटेड हैं, उन्हें किस तरह का शेड्यूल मेंटेन करना होगा?
- इसमें आप अपनी नियमित दिनचर्या का पालन कर सकते हैं, फ्रूट्स ले सकते हैं, संतुलित आहार ले सकते हैं, ऐसा आहार लें जिससे आपके शरीर को पोषक तत्व मिलें, प्रतिदिन 2 से 3 लीटर पानी का सेवन करें व खुद को हाइड्रेट रखें। घबराएं नहीं व कोई भी तकलीफ महसूस होने पर चिकित्सक से परामर्श लें।
- क्या यह सम्भव है कि फ्लू और कोविड एक ही समय में हो सकता है?
- इस महामारी के समय किसी भी प्रकार की खांसी, जुखाम, सांस फूलना व बुखार आने को हम कोविड ही समझेंगे जब तक कि किसी दूसरी बीमारी की पुष्टि ना हो।
- अगर हम टीका लगाएंगे तो हम कोरोना से संक्रमित नहीं होंगे?
-वैक्सीन लगा लेने से आपको इन्फेक्शन कभी होगा ही नहीं यह नहीं बोला जा सकता हां, वैक्सीन लगने के बाद यदि आपको इन्फेक्शन होता है तो उसकी सेवरिटी बहुत कम होती है और हमें वेंटीलेटर जैसे उपकरणों की ज़रूरत नहीं पड़ेगी, हम घर पर ही क्वारंटाइन रह सकते हैं और ठीक हो सकते हैं। - कोविड पॉजिटिव होने के कितने दिन बाद वैक्सीन लगवानी चाहिए?
-कोविड से रिकवरी के बाद आप 4-6 सप्ताह में वैक्सीन लगवा सकते हैं। - क्या पहले दिन से एंटी-बायोटिक लेनी चाहिए?
-बिल्कुल नहीं लेनी चाहिए, क्योंकि कोरोना एक वायरल फीवर है, जिसमें पहले दिन में एंटी-बायोटिक लेना आवश्यक नहीं है। - क्या प्रेग्नेंसी में वैक्सीन लगाई जा सकती है?
- प्रेग्नेंसी एवं ब्रैस्ट फीडिंग मदर को वैक्सीन नहीं दी जाती।