हिमाचल फालोअप : सिस्टम की खामी उजागर करने के लिए पत्रकार ने बनवाए थे अमिताभ बच्चन और ट्रंप के ई पास, आईटी विभाग पर तो नहीं उल्टे पत्रकार पर हो गया मुकदमा दर्ज
शिमला। हिमाचल प्रदेश में जो पत्रकार हिमाचल सरकार एवं प्रशासन विभागों की कमियों को उजागर करता है वह सरकार वह पुलिस प्रशासन के निशाने पर आ जाता है। चाहे बीते कोविड-19 की बात की जाए तो उस दौरान भी जिन जिन पत्रकारों ने सरकार की कमियों व प्रशासन की कमियों को उजागर किया उन पत्रकारों पर दर्जनों मामले दर्ज किए गए, हालांकि सरकार द्वारा कहा गया कि जिन जिन पत्रकारों पर एफ आईआरदर्ज हुई है उन्हें रद्द कर दिया जाएगा लेकिन आज तक किसी भी पत्रकार पर हुए मामले को वापस नहीं लिया गया और अब एक बार फिर हिमाचल सरकार ने सरकार को उसके नियमों का आइना दिखाने वाले पत्रकार पर मुकदमा दर्ज कर दिया है।
ताजा मामला प्रदेश की राजधानी शिमला का है जहां पर एक निजी चैनल के पत्रकार द्वारा सरकार के आईटी विभाग की बड़ी लापरवाही को अपने चैनल के माध्यम से जनता के सामने रखा और आईटी विभाग की लापरवाही को प्रमुखता से अपने चैनल पर दिखाया गया। पत्रकार ने अपना दायित्व निभाते हुए सिस्टम की खामियों को विस्तार पूर्वक जनता के समक्ष रखा जवाब में सरकार और पुलिस विभाग द्वारा आईटी विभाग पर तो कोई कार्रवाई नहीं की लेकिन उल्टे उसी पत्रकार पर एफआईआर दर्ज कर दी गई । पत्रकार पर एक बार फिर मामला दर्ज होने के बाद हिमाचल प्रदेश के मीडिया जगत में खासा रोष देखा जा रहा है।
मीडिया से जुड़ी संस्थाओं के पदाधिकारियों का कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा आईटी विभाग के माध्यम से कोविड-19 के लिए एक वेबसाइट बनाई गई है जिसके माध्यम से देश में कहीं पर भी कोई भी ई पास अप्लाई कर सकता है।
उनका कहना है कि निजी चैनल के पत्रकार को भी पता चला कि ई पास में कुछ खामियां ऐसी है जिनका दुरूपयोग किया जा सकता है तो पत्रकार ने रियलिटी चेक करने के लिए अमिताभ बच्चन एवं अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम से ई—पास अप्लाई किया और बिना किसी वेरिफिकेशन से उन्हें ईपास बनकर मिल भी गया। पत्रकार द्वारा इसी खबर को प्रमुखता से अपने चैनल के माध्यम से उठाया गया और उसके तुरंत बाद ही सरकार और आईटी विभाग हरकत में आ गया जिसके बाद से आईटी विभाग द्वारा और सरकार द्वारा नए दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा गया कि कोई भी पास अगर अप्लाई करता है तो उसके बाद जिले के डीसी एवं एसडीएम के पास आवेदन जाएगा और पूरा वेरिफिकेशन होने के बाद ईपास बन पाएगा हालांकि इस पूरे मामले में आईटी विभाग के लोगों एक बड़ी लापरवाही सामने आई थी। आईटी विभाग के लोगों पर तो सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई उल्टा अपनी कमियों को छुपाने के लिए पत्रकार पर एफआईआर दर्ज करने के बाद मामले में सरकार व प्रशासन मीडिया को ही कटघरे में खड़ा कर दिया।
पत्रकार पर हुई एफआईआर को लेकर पूरे हिमाचल प्रदेश के पत्रकारों में रोष देखा जा रहा है, पत्रकारों का कहना है कि पत्रकार पर एफआईआर होना एक निंदनीय घटना है। जिसे सरकार व पुलिस विभाग द्वारा जल्द रद्द किया जाना चाहिए अन्यथा प्रदेश के पत्रकार अलग-अलग जगहों पर रोष प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेवारी हिमाचल सरकार की होगी।
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हिमाचल ब्रेकिंग यह कैसा मजाक : अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप और अमिताभ बच्चन के नाम पर बनवाए ई पास
शिमला। संपूर्ण मानव जाति पर कोरोना का कहर जारी है। ऐसे में कुछ फितरती लोग प्रशासन को परेशान करने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते। एक शख्स ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और हिंदी फिल्मों के महानायक अमिताभ बच्चन के नाम पर हिमाचल प्रदेश के शिमला में दो ई पास बनवा लिए। मामला खुलने पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हैरत वाली बात यह है कि दोनों ई पासों के लिए एक ही मोबाइल नंबर व आधार कार्ड का इस्तेमाल किया गया है। शिमला पुलिस ने हिमाचल प्रदेश में प्रवेश के लिए पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन के नाम पर दो ई-पास जारी किए जाने का मामला सामने आने के बाद प्राथमिकी दर्ज की है।
पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि दोनों पास एक ही मोबाइल नंबर और आधार नंबर पर जारी किए गए। कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के चलते राज्य में प्रवेश लिए 27 अप्रैल से ई-पास का होना अनिवार्य कर दिया गया था।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप और अमिताभ बच्चन के नाम पर दो ई-पास एचपी-2563825 और एचपी-2563287 जारी किए गए।
उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की शिकायत पर इस संबंध में शिमला ईस्ट थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले की जांच जारी है।