अल्मोड़ा — विधानसभा की खस्ताहाल सड़कों के डामरीकरण एवं अधूरी सड़कों के निर्माण की मांग को लेकर कल मुख्य अभियंता के कार्यालय में धरना देंगे पूर्व दर्जा मंत्री कर्नाटक
अल्मोड़ा- अल्मोड़ा विधानसभा की खस्ताहाल सड़कों के सुधारीकरण, डामरीकरण एवं अधूरी पड़ी सड़कों के निर्माण की मांग को लेकर उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक कल सोमवार 1 मई को प्रातः 11:00 बजे से मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग अल्मोड़ा के कार्यालय में धरना प्रदर्शन करेंगे।
विदित हो कि पूर्व दर्जा मंत्री कर्नाटक लंबे समय से अल्मोड़ा विधानसभा में सड़कों के जीर्णोद्धार डामरीकरण एवं अधूरी सड़कों के निर्माण की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन संबंधित विभाग एवं अधिकारियों के द्वारा इस विषय पर आंखों में पट्टी बांधने का काम किया गया है। कर्नाटक ने विगत कई माह से संबंधित विभाग को चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि 1 माह के भीतर संबंधित विभाग ने अल्मोड़ा विधानसभा की सड़कों की दशा दुरुस्त नहीं की तो वे जनहित एवं लोकहित में विभाग के खिलाफ आंदोलन को बाध्य होंगे।
आज लम्बा समय बीत जाने के बाद भी अल्मोड़ा विधानसभा की सड़कें जस की तस है। सड़कों में जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं,स्पीड ब्रेकर टूटे हुए हैं,सड़कों की सुरक्षा दीवारें क्षतिग्रस्त हैं,जो लगातार दुर्घटना को दावत दे रही हैं,लेकिन इतना होने पर भी संबंधित विभाग आंखों में पट्टी डाल कर बैठा हुआ है। कर्नाटक ने कहा कि संबंधित विभाग एवं अधिकारी यह ना समझे कि वह अपनी मर्जी करते रहेंगे और कोई कुछ नहीं बोलेगा।उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि वे अधिकारियों की मनमर्जी का खामियाजा जनता को कतई नहीं भुगतने देंगे।उन्होंने कहा कि सड़क,शिक्षा एवं स्वास्थ्य जनता का हक है,लेकिन संबंधित विभाग यह प्राथमिक सुविधाएं ही जनता से छीने बैठे हैं।
विदित हो कि 2 माह पूर्व मेडिकल कॉलेज में जनता को स्वास्थ्य सुविधाओं में हो रही कोताही के विरोध में श्री कर्नाटक के द्वारा मेडिकल कॉलेज में अनिश्चितकालीन आमरण अनशन प्रारंभ किया गया था। जिसके परिणाम स्वरूप मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने कर्नाटक की 10 सूत्री मांगों पर अविलंब कार्यवाही की।इसी का परिणाम है कि आज मेडिकल कॉलेज में आम जनता को चिकित्सा सुविधाएं बेहतर रूप से एवं सरल तरीके से प्राप्त हो रही हैं। कर्नाटक लगातार अल्मोड़ा विधानसभा की जनता की पेयजल समस्या,सड़क की समस्या,स्वास्थ्य की समस्या,शिक्षा की समस्या एवं अन्य समस्याओं को बढ़-चढ़कर उठाते आए हैं।माना जा रहा है कि कर्नाटक के कल प्रस्तावित धरने का भी व्यापक असर होगा और अल्मोड़ा विधानसभा की सड़कों की दशा सुधारने के लिए संबंधित विभाग और अधिकारी आगे आकर अपने प्रयास करेंगे।
उन्होंने कड़े स्वर में कहा कि अल्मोड़ा विधानसभा में यह जो सड़कें आज अपनी बदहाली में है इसके लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार यहां के जनप्रतिनिधि और संबंधित विभाग के अधिकारी हैं।उन्होंने कहा कि यदि ये जनप्रतिनिधि और अधिकारी जनता को बेहतर स्वास्थ्य,सड़क एवं शिक्षा जैसी प्राथमिक सुविधाएं भी नहीं दे सकते तो इन्हें अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता जनप्रतिनिधियों को जिता कर इसलिए विधानसभा एवं लोकसभा भेजती है ताकि वे उनके क्षेत्र का विकास कर सके ना कि इसलिए कि चुनाव जीतकर ये जनप्रतिनिधि केवल तनख्वाह,पेंशन,भत्ते एवं अन्य सरकारी सुविधाएं ले सकें।